खंडवा, मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 24 वर्षीय हिंदू युवक को इस्लाम मत कबूल करने के लिए ब्रेनवॉश किया गया। पांच महीने तक इस्लामी तौर-तरीकों का पालन करने के बाद युवक को अपनी गलती का एहसास हुआ और अपने पिता की मदद से हिंदू धर्म में वापस लौट आया।
ब्रेनवॉश का खेल
खंडवा के प्रभु प्रेमपुरम कॉलोनी के निवासी अक्षय ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी लेकिन बेरोजगारी से जूझ रहा था। एक दिन नागचून तालाब पार्क में बैठने के दौरान उसकी मुलाकात स्थानीय नूरानी मस्जिद के आलिम से हुई। आलिम ने युवक की समस्या का समाधान इस्लाम में बताया। बेरोजगारी और मानसिक तनाव के कारण अक्षय उनकी बातों में आ गया।
आलिम के बातों में आकर अक्षय ने इस्लाम अपना लिया, अपना नाम मोहम्मद फहीम खान रखा और नमाज पढ़ने लगा। फेसबुक पर अपना नाम मोहम्मद फहीम खान लिखकर स्टेटस पोस्ट किया। जिससे उसके हिंदू दोस्तों को उसकी स्थिति के बारे में पता चला। दोस्तों और परिवार की कोशिशों से युवक को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह अपने मूल धर्म में लौट आया।
अक्षय के पिता जो एक शिक्षक हैं ने बताया कि उनका बेटा इस्लाम के प्रचार से इतना प्रभावित हो गया था कि घर में नमाज पढ़ता और परिवार के अन्य सदस्यों को भी धर्म परिवर्तन के लिए कहता। परिवार ने चिंतित होकर अक्षय को कुछ समय के लिए इंदौर में अपने रिश्तेदारों के पास भेज दिया। वहां उसने मानसिक शांति पाई और हिंदू धर्म में लौटने का फैसला किया।
धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू संगठनों की कार्रवाई
युवक की वापसी के बाद खंडवा के महादेव गढ़ संगठन ने गंगाजल से उसका शुद्धिकरण करवाया और उसे पुलिस के पास ले गए। युवक ने मस्जिद के इमाम के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। संगठन के संयोजक अशोक पालीवाल ने आरोप लगाया कि देश में धर्मांतरण का एक बड़ा रैकेट चल रहा है और इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई
खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि युवक की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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