बद्रीनाथ । आज देर शाम भगवान श्री बद्री विशाल के धाम के कपाट शीत काल के लिए बंद कर दिए गए, अब अगली गर्मियों में संभवतः मई माह में इसे खोलने का शुभ मुहूर्त निकाला जाएगा। कपाट को बंद करने से पूर्व संपूर्ण विधिविधान से पूजा अर्चना और आरती हुई, परम्परा के अनुसार दीप जलाकर कपाट बंद कर दिए गए।
आज बद्रीनाथ मंदिर परिसर को फूलों से विशेष रूप से सजाया गया था। हजारों की संख्या में आज श्रद्धालु भी श्री बद्रीनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचे थे। जय बद्री विशाल के जयघोष के बीच कपाट बंद किए जाने की कारवाई संपन्न की गई। शरद ऋतु में श्री बद्रीनाथ जी की पूजा अर्चना जोशीमठ में संपन्न की जाएगी।
शीत काल में सीमावर्ती माणा गांव के स्थानीय लोग बारी बारी से इस पावन धाम की सुरक्षा का दायित्व संभालते आए है। शरद काल में भारी बर्फ बारी के बावजूद इस गांव के लोग इस सेवा में लग कर अपने को धन्य महसूस करते है।
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंदिर परिसर में तीर्थ पुरोहितों, पंडा समाज और शहर वासियों का यात्रा सम्पन्न होने पर दिए गए सहयोग के लिए आभार प्रकट किया गया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि अगले वर्ष और भी भव्य रूप से मंदिर में दर्शन होंगे और यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेगी।
उल्लेखनीय है कि बद्री नगरी को मिनी स्मार्ट सिटी योजना से सज्जित किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार की करीब 5 सौ करोड़ की योजनाओं पर काम इस समय प्रगति पर है।
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