जोधपुर, (हि.स.)। शहर के बहुचर्चित अनीता चौधरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन को आज रिमांड अवधि खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक बार फिर सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस हत्याकांड से जुड़े कुछ और पहलुओं पर जांच करना चाहती है। हालांकि लगभग मामले पूर्ण खुलासा कर दिया है। मगर फिर भी पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नहीं हो रहा है, वह हर बार पुलिस को पूछताछ में गुमराह करता रहा है। उसकी पत्नी आबेदा को दो बार पुलिस अभिरक्षा में रखने के बाद गुरुवार को जेल भिजवा दिया गया था।
अनीता चौधरी की हत्या को 18 दिन हो चुके हैं, लेकिन शव का आज भी दाहसंस्कार नहीं हो पाया है। शव के दाहसंस्कार को लेकर पुलिस और परिजन के बीच में सहमति नहीं बन पा रही है। जाट समाज की तरफ से आज कुड़ी भगतासनी क्षेत्र में सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक बाजार बंद रखने का आह्वान कल किया गया था। आज सुबह से ही कुड़ी में बाजार बंद रहे, जाट समाज के युवाओं की टोलियां बाजार में निकलीं और जो कोई दुकान या प्रतिष्ठान खुले नजर आए उन्हें बंद करवाने के साथ अपील की गई।
अनीता के पुत्र राहुल ने काफी दिनों बाद शुक्रवार को मीडिया के मार्फत से पुलिस तक बात पहुंचाई कि यदि मां का अंतिम संस्कार जबरन किया गया तो वह कमिश्ररेट कार्यालय के आगे आत्मदाह कर लेंगे। सरदारपुरा थाने के एसआई विश्राम मीणा के अनुसार दो दिन पहले परिजन को कार्यपालक मजिस्टे्रट की तरफ से दाहसंस्कार को लेकर नोटिस तामील कराई गई थी, परिजनों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया था। शव का पुलिस की तरफ से पहले ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा दिया गया था।
परिजन हत्याकांड में किसी और की भी संलिप्तता होने की आशंका में दाहसंस्कार नहीं किए जाने बात को लेकर अड़े है। वहीं पुलिस के अनुसार हत्याकांड लेकर काफी खुलासे के साथ कई और भी जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि हत्याकांड में किसी और के शामिल होने से पुलिस ने अभी तक इंकार किया है।
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