गुजरात के सूरत में रविवार (3 नवंबर 2024) को भगवा वस्त्र पहनकर साधु के वेश में भीख मांगते हुए एक मुस्लिम युवक पकड़ा गया। उसके दो अन्य साथी भी भगवा वस्त्र पहनकर भीख मांग रहे थे। स्थानीय लोगों को जब उन पर शक हुआ और उन्होंने उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम सलमान है। इसके बाद लोगों ने सलमान को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। यह कोई पहला वाकया नहीं है। देश के अन्य राज्यों से भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, जब मुस्लिमों को साधु के वेश में भीख मांगते हुए पकड़ा गया। यह रिपोर्ट साधु के वेश में पकड़े गए मुस्लिमों की घटनाओं पर आधारित है।
सोहराब, नियाज और शहजाद साधु के वेश में पकड़े गए
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में शनिवार (2 नवंबर, 2024) को सोहराब, नियाज और शहजाद को साधु के वेश में भीख मांगते हुए पकड़ा गया। ये सभी मऊ के रहने वाले बताए जा रहे हैं। ग्रामीणों के सख्ती से पूछताछ करने पर तीनों ने दावा किया कि वे गोरखपुर के योगी जी के मठ से संबंध रखते हैं। उनके परिवार के लोग भी इसी परंपरा के तहत भिक्षा मांग कर जीवनयापन करते चले आ रहे हैं। वे लोग भी अपने परिवार वालों की तरह ही ये काम कर रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ये लोग भिक्षा मांगने के दौरान रेकी करते हैं और फिर रात में आपराधिक घटनाओं को अंजाम भी देते हैं। इनकी शिकायत के बाद कासिमाबाद कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 391 (1) के तहत मुकदमा दर्ज कर इन्हें जेल भेज दिया।
शिव मंदिर में डेरा डालने वाला वकील अंसारी पकड़ाया
उत्तराखंड के अल्मोड़ा के पेटशाल गांव में स्थित एक शिव मंदिर में साधु वेश में वकील अंसारी कई महीनों से डेरा डाले हुए थे। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने 29 सितबंर 2024 को वकील अंसारी को गिरफ्तार किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोग लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। संदेह होने पर पर उससे पूछताछ की तो पहले वह अपना नाम बताने में आनाकानी करने लगा। फिर गुस्साए लोगों ने खुद ही उसकी जांच की तो वे सभी उसका आधार कार्ड देखकर दंग रह गए। आधार कार्ड में उसका नाम वकील अंसारी था।
हिंदू बनकर दीक्षा लेने मठ पहुंचा था मो. सलीम
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्थित बड़ा मठ डलमऊ में 18 सतंबर, 2024 को बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया गया। डलमऊ में जम्मू-कश्मीर का एक मुस्लिम मो. सलीम हिंदू बनकर दीक्षा लेने का प्रयास करते हुए पकड़ा गया। वह आधे घंटे तक मठ में रुका था और पूछने पर बताया था कि महाराष्ट्र के साधु संतों ने उसे यहां दीक्षा लेने के लिए भेजा है। आधार कार्ड मांगने पर उसने अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया जिसमें उसका पता जम्मू-कश्मीर का था और उसमें उसका नाम मो. सलीम लिखा हुआ था। मामला संदिग्ध दिखने पर इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद सलीम फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर इसके पीछे मठ को नुकसान पहुंचाने और आतंकी कनेक्शन की आशंका जताई।
शिव मंदिर में पुजारी बनकर रह रहा था सनव्वर हुसैन
उत्तर प्रदेश के बजनौर के शेरकोट क्षेत्र के तिपरजोत गांव के शिव मंदिर से सनव्वर हुसैन को 11 सितंबर, 2024 को पकड़ा गया। वह छह महीने से शिवमनाथ नाम से पुजारी बनकर मंदिर में रह रहा था। उसने कभी भी अपने धर्म परिवर्तन की जानकारी दी लेकिन उसके रहन-सहन और मंत्रों के उच्चारण से कई बार स्थानीय लोगों को उस पर शक हुआ। ग्रामीणों ने जब जबरन उसकी आईडी देखी तो असलियत सामने आई। पुलिस ने सनव्वर हुसैन पुत्र अफसर अली को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपी के पास से कई ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिसमें वह मजार पर चढ़ावा चढ़ाता दिख रहा है।
नंदी को साथ लेकर हिंदू क्षेत्रों में भीख मांगते नौशाद को पकड़ा
उत्तर प्रदेश में मेरठ के सूरजकुंड के पास हनुमानपुरी में 22 जुलाई 2024 को लोगों ने नंदी को साथ लेकर भीख मांगने वाले नौशाद को पकड़ा था। वह हिंदू क्षेत्रों में अपना नाम बदलकर भीख मांग रहा था। उसने भूरा पुत्र रोशन के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा था। उसके पास से नौशाद और भूरा नाम से दो आधार कार्ड मिले थे। बताया जाता है कि वह हिंदू इलाके में भूरा बन जाता था, जबकि मुस्लिम इलाके में नौशाद। उसके पास एक हिंदू महिला का फोटो भी मिला था। लोगों ने नौशाद को नंदी के साथ सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिया था।
अनीश, वली मोहम्मद और शकीर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बदायूं में 30 अक्टूबर 2023 को थाना पुलिस ने अनीश पुत्र मोहम्मद अली, वली मोहम्मद उर्फ खुटी पुत्र नासिर और शकीर को गिरफ्तार किया था। ये सभी साधु के वेश में भीख मांग रहे थे। उनके पास से सजेधजे तीन नंदी भी मिले थे। पकड़े गए तीनों मुस्लिमों में एक हरदोई और दो शाहजहांपुर जिले के रहने वाले थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ लोगों के धर्म और धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी।
साधु के वेश में खुशबीन तुफैल पकड़ाया
उत्तराखंड के देहरादून में 4 अक्टूबर 2023 को रुद्रसेना ने सुदूर हनौल क्षेत्र में साधु के वेश में एक मुस्लिम युवक को पकड़ा था। उसके आधार कार्ड की जब जांच की गई तो उसमें उसका नाम खुशबीन पुत्र मोहम्मद तुफैल निकला। आधार कार्ड में पता ताजीवाला यमुनानगर लिखा हुआ था। हिंदू संगठन रुद्रसेना ने खुशबीन को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। रुद्रसेना के मुताबिक, उन्होंने 20 मुस्लिमों को पकड़ा था, जो पहाड़ों में जाकर हिंदू महिलाओं को बरगलाकर उनके घरों में मजारें बनवाने के लिए कहते थे।
साधु बनकर मंदिर में रह रहा मोहम्मद गुल्लू गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के गांव मटौर से 19 जुलाई 2023 को एक मुस्लिम युवक मोहम्मद गुल्लू को पकड़ा गया था। वह यहां बने शिव मंदिर में कई महीनों से साधु बनकर रह रहा था और वहां पूजा अर्चना करता था। लोग उसके पैर छूते थे और उसे दान देते थे। गांववालों को जब उस पर शक हुआ उन्होंने मोहम्मद गुल्लू को पकड़ लिया। पुलिस ने साधु बनकर मंदिर में रह रहे गुल्लू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गुल्लू के आधार कार्ड और पैन कार्ड में उसका पता हरियाणा के पानीपत का था। वहीं आरोपी ने खुद को मुजफ्फरनगर का रहने वाला बताया था। पहचान पत्र में गुल्लू के अब्बा का नाम स्माइल पता चला था।
बाबा गोरखनाथ की तस्वीर लेकर भीख मांग रहा था रोजुदीन
उत्तर प्रदेश के बागपत के ग्राम सिसाना में लोगों ने 21 जुलाई 2023 को एक मुस्लिम युवक को भीख मांगते हुए पकड़ा था। वह हाथ में बाबा गोरखनाथ की तस्वीर लिए हुआ था और गले में हिंदू देवी-देवताओं की माला पहने हुए थे। वह घर-घर जाकर भीख मांग रहा था। शक होने पर ग्रामीणों ने उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम रोजुदीन बताया। इसके बाद हिंदू संगठनों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
साधु के वेश में मोहम्मद राशिद गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बिजनौर से 28 मई 2023 को चौंकाने वाला मामला सामने आया था। यहां साधु के वेश में मोहम्मद राशिद खुद को ज्योतिषी बताता था। हाथ देखने के बहाने महिलाओं के साथ गलत काम करता था। एक बार राशिद के इरादे भांप एक महिला जोर से चिल्लाई तो आसपास के लोगों ने आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि वह कोई ज्योतिषि नहीं बल्कि मोहम्मद राशिद है। राम नगर में रहने वाली 40 साल की महिला की शिकायत पर मोहम्मद राशिद के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था।
साधु के वेश में भीख मांगते छह मुस्लिमों को पकड़ा
बिहार के नवादा जिले में 31 जनवरी, 2023 को साधु के वेश में भीख मांग रहे छह मुस्लिमों को लोगों ने पकड़कर पहले जमकर पीटा फिर बाद में उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के चातर गांव में पकड़े गए छह मुस्लिमों के करीब 30 साथी इसी तरह साधु के वेश में अलग अलग इलाकों में घूम रहे थे।
हर की पौड़ी पर ज्योतिषी और साधु के वेश में पकड़े गए दो मुस्लिम
उत्तराखंड के हरिद्वार में हर की पौड़ी से 1 जनवरी, 2023 को दो मुस्लिम युवक साधु और ज्योतिषी की वेशभूषा में पकड़े गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये दोनों अपना नाम और वेश बदलकर ये काम कर रहे थे। इनमें से एक मुसलमान ज्योतिषी के वेश में माथे पर चंदन लगाए हर की पौड़ी पर बैठकर लोगों का भविष्य बता रहा था और दूसरा भगवा कपड़े पहनकर और अपना नाम बदलकर खाने पीने का सामान बेच रहा था। उज्ज्वल पंडित नाम के युवक ने दोनों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था।
साधु के वेश में घूम रहे मुसाफिर और याद अली पकड़ाए
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुरूर में भगवा चोला पहनकर घूम रहे दो मुस्लिमों मुसाफिर जोगी और याद अली को लोगों ने 1 अक्टूबर 2022 को पकड़ लिया। लोगों ने उनसे गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र सुनाने को कहा तो वे हड़बड़ा गए। इसके बाद उनकी सच्चाई सामने आई। जब पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने माना कि वे मुस्लिम हैं। उसमें एक ने अपनी पहचान झगरू पिता मुसाफिर जोगी और दूसरे ने याद अली उर्फ माले सज्जन बताई थी। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि उनका इरादा बच्चा चोरी करने का था। दोनों उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के थाना पट्टी के नवादा गांव के कहने वाले थे। साधु का वेश धर कर घूमने के आरोप में पुलिस ने दोनों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था।
बैल लेकर साधु के वेश में भीख मांगने वाले छह मुस्लिम गिरफ्तार
बिहार के वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र के कदम घाट पर बैल लेकर साधु के वेश में भीख मांगने वाले छह मुस्लिमों को 25 जुलाई 2022 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की सूचना पर की गई थी। पकड़े गए सभी आरोपी नाम बदलकर भीख मांग रहे थे।
साधु के वेश में भीख मांग रहे सुद्दु और मोहर्रम पकड़ाए
उत्तर प्रदेश के अयोध्या के थाना पूराकलंदर पुलिस ने साधु के वेश में भीख मांग रहे दो मुस्लिमों को 30 अक्टूबर 2021 को हिरासत में लिया था। इनकी पहचान सुद्दु और मोहर्रम के रूप हुई थी। पुलिस ने जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह हिंदुओं के त्यौहारों में साधु बनकर और मुसलमानों के त्यौहारों में फकीर बनकर भीख मांगने का काम करते हैं।
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