धर्मांतरण के मामलों में बढ़ते विवादों के बीच रायगढ़, शहर के मिट्ठुमुड़ा इलाके में हाल ही में ऐसा एक मामला सामने आया। यहां एक परिवार के चार सदस्यों द्वारा धर्म परिवर्तन के प्रयास का आरोप लगाते हुए पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। स्थानीय भाजपा नेता अंशु टुटेजा और उनके समर्थकों के वहां पहुंचने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
मिट्ठुमुड़ा क्षेत्र में संतोष सिंह के घर में कुछ लोग प्रार्थना कर रहे थे और घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था। इस दौरान भाजपा नेता और उनके समर्थकों ने अंदर हो रही गतिविधियों पर संदेह जताया और इसे रोकने की कोशिश की। हालांकि, जब उन्हें रोका नहीं गया, तो बाहर जमा भीड़ ने नाराजगी जताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। इसी बीच, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और जूट मिल थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को शांत किया।
पुलिस कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने परिवार के चार सदस्यों—संतोष सिंह, उनकी पत्नी सुषमा सिंह, बहू दमयंती सिंह और बेटी तृप्ति सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और अन्य संबंधित लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
धर्मांतरण पर बढ़ता तनाव
धर्मांतरण से जुड़े मामलों में हाल के वर्षों में वृद्धि हुई है, जिससे कई समुदायों में असंतोष और संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस प्रकार की घटनाएं सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित करती हैं। इस प्रकार की गतिविधियों पर सख्त निगरानी जरूरी है ताकि लोगों को किसी दबाव में धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर न किया जा सके। इस मामले में तथ्य तो पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर धर्मांतरण के मुद्दे पर चर्चा को बल दे दिया है।
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