देहरादून: बाबा केदारनाथ में गत वर्ष की तुलना ने करीब तीन लाख तीर्थ यात्री संख्या कम रही। इसके पीछे मुख्य वजह 53 दिन की यात्रा अवधि कम होने के साथ-साथ कुछ दिनों तक आपदा के कारण यात्रा प्रभावित हुई थी।
कल सनातन धर्म के 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के द्वार अगले शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस बार कुल 177 दिनों यात्रा अवधि रही। इस दौरान 16,52,076 तीर्थ यात्री बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे, जबकि पिछले साल 19,57,850 तीर्थ यात्री यहां आए थे।
इस साल 12,8,293 तीर्थ यात्री हेलीकॉप्टर से केदारनाथ गए, जिनसे 1.10 अरब का कारोबार हुआ। इस बार घोड़ा खच्चर वाली ने 47,9,624 यात्रियों से 01.30 अरब का कारोबार किया। जबकि कंडी श्रमिकों को 29,999 यात्रियों से 10.68 करोड़ रुपए मिले। डांडी यात्रियों की संख्या 35,605 रही जिनसे 30 करोड़ रु श्रमिकों को मिले।
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इस बार औसतन 10,771 तीर्थ यात्री रोजाना केदारनाथ पहुंचे, एक दिन ऐसा भी था जब सर्वाधिक 38,862 तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिए आए। वाहन पार्किंग से 3 करोड़ की आमदनी जिला पंचायत को 7.19 करोड़ की जिला प्रशासन को हुई।
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उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा पूरे गढ़वाल क्षेत्र की आर्थिकी चलाया करती है। ऑल वेदर रोड बन जाने और अन्य बुनियादी सुविधाएं बढ़ जाने से श्रद्धालुओं की प्रतिदिन औसत संख्या में हर साल वृद्धि हो रही है। केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे की परियोजना पर राष्ट्रीय सड़क विकास प्राधिकरण काम कर रहा है, माना जा रहा है कि इसके बन जाने से यात्रियों की सुविधाओं में और इजाफा हो जायेगा। इस साल केदारनाथ मार्ग पर इस साल 127 तीर्थ यात्रियों की मृत्यु स्वास्थ और आपदा कारणों से हुई है।जबकि 55 घोड़े खच्चर मवेशी भी मारे गए हैं।
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