कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए जूनियर डॉक्टर लगातार आमरण अनशन कर रहे हैं। लेकिन उसका कोई खास नतीजा नहीं निकल रहा है। लेकिन, अब इस मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टरों के समर्थन में उतर गया है। आईएमए ने इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा है, जिसमें अनशनकारी डॉक्टरों की बेगड़ती सेहत को लेकर चिंता जाहिर की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरवी अशोकन ने सीएम ममता बनर्जी को लिखे पत्र में उनसे इस मामले त्वरित कार्रवाई करते हुए हस्तक्षेप करनी की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि पश्चिम बंगाल सरकार आंदोलनकारी डॉक्टरों की सभी मांगों को पूरी करने में सक्षम है। ये पत्र उन्होंने सीएम ममता को 10 अक्तूबर को लिखा था। इसमें उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया है कि डॉक्टरों को आमरण अनशन करते हुए एक सप्ताह बीत चुका है। वे आपके तत्काल ध्यान दिए जाने के हकदार हैं।
आईएमए ने कहा है कि वो प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की सभी जायज मांगों का समर्थन करता है। आरवी अशोकन का कहना है कि शांतिपूर्ण माहौल और सुरक्षा की मांग कोई विलासिता नहीं, बल्कि एक शर्त है। आपसे अपील है कि एक बुजुर्ग और सरकार की मुखिया के तौर पर युवा डॉक्टरों के साथ मुद्दों को सुलझाएं। आईएमए के चेयरमैन ने ये भी कहा कि वो कोलकाता जा रहे आमरण अनशन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से मिलने के लिए।
एक डॉक्टर हुआ बीमार
इस बीच आमरण अनशन कर रहे एक डॉक्टर की तबीयत बिगड़ गई है। उसे इलाज के लिए आरजी कर अस्पताल में ही भर्ती कराया गया है। बीमार डॉक्टर की पहचान अनिकेत महतो के तौर पर हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि उनका हालत बहुत अच्छी नहीं है। आरवी अशोकन ने कहा है कि वो कोलकाता में अनिकेत से भी मुलाकात करेंगे। साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
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