महानवमी पर विशेष : नौ दिव्य औषधि‍यों के स्वरूप में भी आशीर्वाद देती हैं नव दुर्गाएं
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम स्वास्थ्य

महानवमी पर विशेष : नौ दिव्य औषधि‍यों के स्वरूप में भी आशीर्वाद देती हैं नव दुर्गाएं

by पूनम नेगी
Oct 11, 2024, 11:06 am IST
in स्वास्थ्य
जानिए कैसे नव दुर्गाएं देती हैं जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद

जानिए कैसे नव दुर्गाएं देती हैं जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नवरात्र के दिव्य साधनाकाल में अपने अपने भक्तों की पूजा व आराधना से प्रसन्न होकर अपने नौ स्वरूपों के द्वारा न सिर्फ उनके संकट हर उनका कल्याण करती हैं, अपितु उनको मानसिक जागृति व उत्तम स्वास्थ्य के अनुदान वरदान भी देती हैं। इस बात का प्रमाण है मार्कंडेय पुराण में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों से सम्बद्ध अनुपम आयुर्वेदिक औषधि‍यों का सविस्तार वर्णन। इस ग्रन्थ के प्रणेता मार्कण्डेय ऋषि द्वारा नवदुर्गाओं के नौ औषधि‍ स्वरूपों का मार्कण्डेय चिकित्सा पद्धति के रूप में उल्लेख उनकी अदभुत मेधा का परिचायक है। चिकित्सा प्रणाली का यह रहस्य ब्रह्मा जी द्वारा उपदेशित ‘दुर्गा कवच’ में वर्णित है। माना जाता है कि यह दिव्य औषधि‍यां समस्त प्राणि‍यों के रोगों को हरने वाली हैं और उनसे निरोगी रखने के लिए एक कवच की भांति कार्य करती हैं। निर्धारित नियमों के साथ इनके उचित व संतुलित प्रयोग से मनुष्य अकाल मृत्यु से बचकर शतायु जीवन जी सकता है।

प्रस्तुत हैं दिव्य गुणों वाली इन औषधियों के बारे में रोचक जानकारियां-

1. माँ शैलपुत्री काऔषधि स्वरूप‍ है हरड़

नवदुर्गा का प्रथम रूप शैलपुत्री माना गया है। विभिन्न प्रकार के रोगों खासकर उदर रोगों में काम आने वाली वनस्पति‍‘हरड़’ माँ दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री (हिमावती के नाम से भी विख्यात) का औषधि‍ रूप मानी जाती है। आयुर्वेद के विशेषज्ञों के अनुसार यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है, जो सात प्रकार की होती है। इसमें हरीतिकी- भय को हरने वाली, पथया- हित करने वाली, कायस्थ- शरीर को
बनाये रखने वाली, अमृता- अमृत के समान, हेमवती- हिमालय पर जन्मने वाली, चेतकी- चित्त को प्रसन्न करने वाली तथा श्रेयसी (शिवा व यशदाता)- कल्याण करने वाली है।

ये भी पढ़े- नवरात्र विशेष : सैनिकों की रक्षा करती हैं तनोट माता

2. माँ ब्रह्मचारिणी काऔषधि स्वरूप‍ है ब्राह्मी

नवदुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी का औषधि‍ रूप है ब्राह्मी । यह आयु और स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाली, रूधिर विकारों का नाश करने वाली और स्वर को मधुर करने वाली औषधि‍ है। इसलिए ब्राह्मी को सरस्वती भी कहा जाता है। यह मन एवं मस्तिष्क में शक्ति प्रदान करती है और वायुविकार व मूत्र संबंधी रोगों की प्रमुख दवा है। यह मूत्र द्वारा रक्त विकारों को बाहर निकालने में समर्थ औषधि है।

3. माँ चंद्रघंटा का औषधि स्वरूप‍ है चन्दसूर

नवदुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा का औषधि‍ रूप है चन्दसूर। इस पौधे की आकृति धनिये के समान होती है। यह औषधि‍मोटापा दूर करने में लाभप्रद होती है। इसलिए इसे चर्महन्ती भी कहते हैं। साथ ही यह औषधि‍ हृदय रोग को ठीक करने
वाली व शक्ति को बढ़ाने वाली भी मानी जात है। इस पौधे की पत्तियों की सब्जी भी बनाई जा सकती है।

4. माँ कुष्माण्डा का औषधि स्वरूप‍ है पेठा

नवदुर्गा के चौथे स्वरूप कुष्माण्डा का औषधि‍ रूप है पेठा। इसे कुम्हड़ा भी कहते हैं जो पुष्टिकारक, वीर्यवर्धक व रक्त विकार को ठीक करने में सहायक है। मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए यह अमृत समान है। यह शरीर के समस्त दोषों को दूर
कर हृदय रोग को ठीक करता है। कुम्हड़ा रक्त पित्त एवं वात रोग को दूर करता है।

5. माँ स्कंदमाता का औषधि स्वरूप‍ है अलसी

नवदुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता जिन्हें पार्वती एवं उमा के साथ स्कंद यानी कार्तिकेय की माता के नाम से भी जाना जाता है, का औषधि रूप अलसी है। यह वात, पित्त, कफ, रोगों की नाशक औषधि है। मार्कंडेय पुराण कहता है –

अलसी नीलपुष्पी पावर्तती स्यादुमा क्षुमा।

अलसी मधुरा तिक्ता स्त्रिग्धापाके कदुर्गरु:।।

उष्णा दृष शुकवातन्धी कफ पित्त विनाशिनी।

ये भी पढ़े- नवरात्र विशेष : सैनिकों की रक्षा करती हैं तनोट माता

6. माँ कात्यायनी का औषधि स्वरूप‍ है मोइया

नवदुर्गा का छठा स्वरूप कात्यायनी है जिन्हें अम्बा, अम्बालिका व अम्बिका के नामों से भी जाना जाता है और इनसे सम्बद्ध औषधि‍ है मोइया। इसे आयुर्वेद में इसे मोइया अर्थात माचिका भी कहते हैं। यह कफ, पित्त, अधिक विकार एवं कंठ के रोग का नाश करती है।

7. माँ कालरात्रि का औषधि स्वरूप‍ है नागदौन

माँ दुर्गा का सप्तम स्वरूप कालरात्रि है जो महायोगिनी तथा महायोगीश्वरी के नामों से भी जानी जाती है। नागदौन माँ कालरात्रि का औषधि‍ रूप है। यह औषधि‍ सभी प्रकार के रोगों की नाशक एवं मन- मस्तिष्क के समस्त विकारों को दूर करने वाली
मानी जाती है। इस पौधे को व्यक्ति अपने घर में लगाने पर घर के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। यह सुख देने वाली एवं सभी विषों का नाश करने वाली औषधि है।

ये भी पढ़े- आश्विन नवरात्र: शक्ति संचय का दिव्य साधना काल

8. माँ महागौरी का औषधि स्वरूप‍ है तुलसी

नवदुर्गा का अष्टम स्वरूप महागौरी है तथा माँ महागौरी का औषधि रूप है तुलसी। प्रत्येक व्यक्ति इस पौधे के औषधीय गुणों से भलीभांति परिचित है। तुलसी सात प्रकार की होती है- सफेद तुलसी, काली तुलसी, मरुता, दवना, कुढेरक, अर्जक और षटपत्र। तुलसी को संजीवनी भी कहते हैं जो समस्त प्रकार के दैहिक, दैविक व भौतिक पाप ताप का शमन करती है। इस दैवीय पौधे की प्रशस्ति में कहा गया है-

तुलसी सुरसा ग्राम्या सुलभा बहुमंजरी।

अपेतराक्षसी महागौरी शूलघ्‍नी देवदुन्दुभि:

तुलसी कटुका तिक्ता हुध उष्णाहाहपित्तकृत् ।

मरुदनिप्रदो हध तीक्षणाष्ण: पित्तलो लघु:।

9. माँ सिद्धिदात्री का औषधि स्वरूप‍ है शतावरी

नवदुर्गा का नवम स्वरूप सिद्धिदात्री का है जो नारायणी के नाम से भी जानी जाती हैं। माँ सिद्धिदात्री का औषधि‍ रूप शतावरी है। शतावरी बुद्धि बल एवं वीर्य के लिए उत्तम औषधि है। यह रक्त विकार एवं वात पित्त शोध नाशक और हृदय को बल देने वाली महाऔषधि है। इसके सेवन से रोगी के सभी शारीरिक सभी कष्ट सहज ही दूर हो जाते हैं।

 

Topics: Spiritual and health benefits of Navdurga herbsAyurvedic herbs during NavratriNavdurga forms and Ayurvedic remediesDivine herbs of Navratri for healthAyurvedic healing with Navdurga formsBenefits of Ayurvedic herbs during NavratriAncient Ayurvedic herbs in Markandeya PuranaHerbal remedies of Navratri in AyurvedaAyurvedic connection with Navdurga worshipNavratri and Ayurvedic health benefits
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies