बांग्लादेश की सरकार मीडिया में आकर नवरात्र में दुर्गा पूजा पंडालों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने का दावा करती है। सरकार की तरफ से कहा गया कि दुर्गा पूजा मंडपों की सुरक्षा के लिए उन्होंने सेना को देश की सड़कों पर उतार दिया है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे ठीक उलट दिख रही है। हो ये रहा है कि इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले कर रहे हैं। वहां पर जबरन इस्लामिक प्रचार करते हैं और हिन्दुओं को खुलेआम इस्लामिक कन्वर्जन के लिए मजबूर कर रहे हैं। ऐसी ही एक और वारदात बांग्लादेश के चिटगांव से आई है, जहां जमात ए इस्लामी नाम का मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन जबरन दुर्गा पूजा पंडाल में घुस गया और हिन्दुओं को इस्लाम अपनाने के लिए दबाव बना रहा है।
इसे भी पढ़ें: BNP की सरकार ने बांग्लादेशी हिन्दुओं को दुर्गा पूजा की दी बधाई, दुर्गा प्रतिमा तोड़ने की कोशिश करता जिहादी पकड़ाया
सोशल मीडिया यूजर ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेश’ द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, जमात ए इस्लामी कट्टरपंथी संगठन के सैकडों लोग चिटगांव के जेएम दुर्गा पूजा पंडाल में घुस गए। वहां पर कट्टरपंथियों ने बज रहे माता के भजन को बंद करवा दिया। उसकी जगह कट्टरपंथियों ने घंटों इस्लामिक भजन और गजलें बजाई।
इसके बाद वहीं पर जमात ने मुस्लिमों के साथ मिलकर एक सभा का आयोजन किया और फिर वहां के लोकल हिन्दुओं को जबरन कुरान की आयतों को पढ़ने के लिए मजबूर किया। इस घटना से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हो गए हैं।
इसे भी पढ़ें: मैलोनी ने दिखाया Hamas के हमदर्द पाकिस्तानी Imam Zulfikar Khan को इटली से बाहर का रास्ता
इस घटना के विरोध में हजारों की संख्या में हिन्दुओं ने भी जेएम सेन हॉल दुर्गा पूजा पंडाल के बाहर इकट्ठा हो गए। हिन्दू समुदाय के लोगों ने इस्लामिक जिहादियों का विरोध किया और बांग्लादेशी हिन्दुओं को बचाने की गुहार लगाई।
हिन्दू समुदाय ने स्पष्ट कर दिया है कि वे दुर्गा पूजा के बावजूद इस तरह के कट्टरपंथ के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे।
टिप्पणियाँ