यूट्यूब चैनल बनाना तो आसान काम है लेकिन उसे स्थापित करना सिर्फ प्रतिभा तथा कन्टेन्ट के बल पर संभव नहीं है। सोशल मीडिया उपभोक्ताओं की पसंद-नापसंद अलग है। बहुत संभव है कि यहां पर एक वास्तविक विशेषज्ञ तथा विद्वान व्यक्ति का चैनल बिल्कुल न चल पाए जबकि सतही जानकारी देने वाले नामालूम से व्यक्ति की लोकप्रियता आसमान पर जा पहुंचे। यह माध्यम प्रस्तुति की रोचकता, भाषा की सरलता, कन्टेन्ट की निरंतरता, उपभोक्ताओं से जुड़ाव और तकनीकी पक्ष की समझबूझ से प्रभावित होता है। अनेक विद्वान इस माध्यम के मर्म को समझ नहीं पाते और अपने चैनल की असफलता से निराश हो जाते हैं।
सामग्री की गुणवत्ता यहां भी महत्वपूर्ण है। आपके दर्शक को कुछ न कुछ ठोस हासिल होना चाहिए-सूचना, ज्ञान, मनोरंजन, कोई खास कौशल, समस्या का समाधान आदि। चैनल का विषय ऐसा हो जिस पर आप अधिकार रखते हों या जो आपके लिए जुनून की तरह हो। कन्टेन्ट की गुणवत्ता के साथ-साथ तकनीकी गुणवत्ता भी जरूरी है, हालांकि स्टूडियो बना लेने या बहुत महंगे उपकरण खरीदने की जरूरत नहीं है। वीडियो तथा आडियो की गुणवत्ता पर ध्यान दें। अगर अपनी एक अलग शैली विकसित कर सकें तो सोने पर सुहागा।
चैनल पर आठ-दस अच्छे वीडियो पोस्ट करने से बात नहीं बनती। वीडियो निरंतर पोस्ट होते रहने चाहिए, भले ही दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक आधार पर। कई लोग मासिक वीडियो पोस्ट करते हैं लेकिन उन्हें सफलता भी लंबी अवधि के बाद मिलती है। अपवादों की बात छोड़ दीजिए। सफल यूट्यूबरों का कहना है कि यहां कामयाबी के लिए कम से कम सौ वीडियो डालने जरूरी हैं।
अगर आपकी सामग्री दर्शकों का ध्यान नहीं खींच पा रही तो फिर विषय में कम आपसे गुणवत्ता वाले चैनल आगे निकल जाएंगे। जो दिखता है, वही बिकता है। जो नजर के सामने नहीं है, वह धीरे-धीरे लोगों के दिमाग से बाहर हो जाता है, भले ही वह कितना भी अच्छा हो। यहीं पर मार्केटिंग की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। अपने वीडियो की ऐसी पहचान तैयार कीजिए जो लोगों का ध्यान खींचे। सबसे पहले दर्शक का ध्यान खींचता है आपके वीडियो के थंबनेल (Thumbnail) यानी कि वह छोटा चित्र जो शीर्षक के साथ लोगों को दिखाई देता है। यह चित्र दूसरों से अलग और आकर्षक हो, उस पर लिखा शीर्षक ध्यान खींचने वाला हो तो दर्शक उसे क्लिक करके आपके वीडियो तक पहुंच ही जाते हैं। शीर्षक, विवरण और टैग में ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जो इन दिनों चल रहे हैं। ऐसा करने पर आपका वीडियो दर्शकों के सर्च के नतीजों में भी दिखने लगेगा।
दर्शकों के साथ जुड़ाव को यूट्यूब बहुत अहमियत देता है। जब आपके चैनल पर अधिक सबस्क्राइबर हों, अधिक संख्या में टिप्पणियां आ रही हों, लोग आपके वीडियो को अधिक देर तक देख रहे हों, उस पर लाइक तथा शेयर की संख्या अधिक हो तो यह माध्यम खुद ही आपके वीडियो को प्रचारित करने लगता है। वह उसे अधिक संख्या में लोगों को दिखाता है। याद रखिए, आपके चैनल की सफलता सिर्फ़ आपके लिए मायने नहीं रखती, यूट्यूब भी इन्हीं चैनलों के जरिए अपना कारोबार चला रहा है। जो वीडियो लोगों का ध्यान खींचता है और लोकप्रिय हो रहा है वह उसे प्रिय है ताकि वह उस पर अधिक से अधिक विज्ञापन दिखा सके।
यूट्यूब खुद भी चैनल के विकास के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराता है जिनका लाभ उठाने वाले यूट्यूबर आगे बढ़ जाते हैं। उदाहरण के लिए कार्ड, एंड स्क्रीन, प्ले लिस्ट, कम्युनिटी पोस्ट, विश्लेषण (एनालिटिक्स) आदि, जिन पर अधिकार जमाने के लिए थोड़ा समय आपको अपना तकनीकी कौशल बढ़ाने पर देना चाहिए।
(लेखक माइक्रोसॉफ्ट एशिया में वरिष्ठ अधिकारी हैं)
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