उत्तराखंड ब्यूरो
हल्द्वानी। शहर में शरीफ लड़कों से मारपीट और युवाओं में आतंक मचाने वाले आईटीआई गैंग के 11 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस गिरोह पर गैंगस्टर भी लगा दिया गया है। इस गिरोह से जुड़े ज्यादातर युवक आईटीआई कर रहे थे और उनके साथी यहीं आईटीआई परिसर में एक गैंग बनाकर घूमते थे।
जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने हल्द्वानी में जनसंवाद किया था। उसमें स्थानीय लोगों ने इस गैंग के आतंक के बारे में उन्हें बताया था। इसके बाद पुलिस अधिकारी हरकत में आए। बताया जाता है कि इस गैंग में 7 सदस्य फैसल, लारिफ सिद्दीकी, शोएब, इरशाद, शाकिब, अरबाज और फईम का पहले एक गैंग था। बाद में इन्होंने अंकित, दीपक, भुवन और पंकज से हाथ मिला लिया, जोकि आईटीआई में पहले से सक्रिय थे।
इनके साथ नाबालिगों का भी एक झुंड है। नाबालिगों का भविष्य कहीं चौपट न हो जाए इसलिए पुलिस इनपर कार्रवाई करने में कतराती रही। फिलहाल उन्हें अभी पकड़ा नहीं है। उनके अभिभावकों को बुलाकर कई बार सचेत भी किया गया है।
अभिभावकों के अनुसार गलत मुस्लिम युवकों की संगत ने उनके बच्चों को बिगाड़ दिया। पकड़े गए अंकित जायसवाल की उम्र मात्र 22 साल बताई गई है। उसके परिजन कहते हैं कि दो तीन साल पहले तक ऐसा नहीं था। उसे फैसल और शोएब ने बिगाड़ा। कुछ ऐसी ही बात भुवन बिष्ट के अभिभावक भी करते हैं। पकड़े गए इस गैंग के सभी सदस्य 22 साल से अधिक उम्र के नहीं है। बाइक में सवार तो कभी खुली जीपों में सवार ये गैंग कहीं भी कभी भी बेखौफ पहुंच कर आतंक मचाने में कोई परहेज नहीं कर रहा था। पिछले छह माह में एक दर्जन से अधिक वारदात की। पिछले हफ्ते एक सभ्य परिवार के युवक के साथ मारपीट की और उसे वाहनों से कुचलने का प्रयास किया। जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज हुई।
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