MUDA घोटाले के मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाली RTI कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा भी अब मुश्किलों में फंस गई हैं। पता चला है कि उन पर एक महिला को कथित तौर पर परेशान करने के आरोप में उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है।
बताया जाता है कि कथित तौर पर पीड़ित महिला लावण्या ने 21 अगस्त 2024 को नंजनगुड पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उसी दौरान उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन, उस मामले को लेकर अब कार्रवाई की जाने लगी है। इसके पीछे की वजह माना जा रहा है कि लावण्या की शिकायत पर ही सिद्धारमैया के खिलाफ मुडा जमीन आवंटन घोटाले के मामले में जांच शुरू हुई है। इसीलिए उन्हें टार्गेट किया जा रहा है।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि लावण्या ने पुलिस में दर्ज की गई शिकायत में इस बात का आरोप लगाया था कि 18 जुलाई, 2024 को जब वह अदालत से घर वापस आ रही थीं, तब स्नेहमयी कृष्णा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया। लावण्या ने गाली-गलौच करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। लावण्या का ये भी आरोप लगाया था कि कृष्णा, उसकी सास, देवर और ससुर के साथ मिलकर संपत्ति विवाद को लेकर उसे परेशान कर रहे थे।
लावण्या का कहना है कि 2020 में उनके पति की मौत हो गई थी। उन्होंने कृष्णा पर मारपीट का आरोप लगाया। मामले में पुलिस ने BNS की धारा 85, 126 (2), 74, 352, 351 (2), 79 और 3 (5) के तहत केस दर्ज किया गया था।
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स्नेहमयी कृष्णा ने FIR को बताया साजिश
इस बीच रविवार को कृष्णा ने रविवार को अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन किया। उन्होंने इसे जानबूझकर की गई साजिश करार दिया। कृष्णा का आरोप है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई को दबाने के लिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई है।
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