नई दिल्ली । ईरान ने अफगानीस्तान से लगती अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए दीवार बनाने का काम शुरू कर दिया है। यह दीवार ईरान में बड़ी संख्या में प्रवेश कर रहे अफागानियों को रोकने कि लिए बनाई जा रही है। हाल ही में, ईरानी सेना के जनरल नोज़र नेमाती ने जानकारी दी कि 10 किलोमीटर लंबी दीवार का निर्माण पूरा हो चुका है और 50 किलोमीटर और दीवार बनाने की योजना है।
अफगानीस्तान के बिगड़ते हालातों के कारण कई अफगानी भागकर ईरान पहुंच जाते हैं।2021 में तालिबान के सत्ता में आने से इन प्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ईरान की अफगानीस्तान के साथ लगभग 900 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। जिस कारण प्रवासी यहां से अवैध रूप से प्रवेश दाखिल हो जाते हैं। इस सीमा से पिछले चार दशकों में लाखों अफगानी शरणार्थी आए हैं। ईरानी सांसद अबुल फजल तोराबी के अनुसार, ईरान में अफगान शरणार्थियों की संख्या 60 से 70 लाख के बीच हो सकती है। जिससे सीमांत इलाकों की डेमोग्राफी में चिंताजनक बदलाव देखने को मिला है।
ईरानी सरकार ने हाल ही में अवैध प्रवासियों पर दबाव बढ़ाया है। जनरल नेमाती ने कहा, “हम अपनी सीमाओं पर सुरक्षा को मजबूत करना चाहते हैं ताकि घुसपैठ को रोका जा सके।” इसके अलावा, आंतरिक मंत्री इस्कंदर मोमेनी ने बताया कि दीवार के साथ-साथ बार्बेड वायर और पानी से भरी खाई जैसे अन्य उपाय भी किए जाएंगे।
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, वर्ष 2023 में ईरान ने 2.7 मिलियन दस्तावेज़ीकृत अफगान शरणार्थियों को आश्रय दिया, जो कुल विदेशी नागरिकों का 97 प्रतिशत है। राष्ट्रपति मसूद पेझेश्कियन ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल अवैध नागरिकों को सम्मानपूर्वक उनके देश वापस भेजना है।
ईरान सरकार का मानना है कि इस कदम से न केवल देश की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक स्थिति को भी बेहतर बनाया जा सकेगा। इससे पहले तुर्की ने भी 2021 में अफगानी प्रवासियों को रोकने के लिए ईरान से लगती सीमा पर दीवार खड़ी की थी।
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