‘शक्ति’ : भारत की सैन्य क्षमता को मिलेगा बढ़ावा
May 22, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

‘शक्ति’ : भारत की सैन्य क्षमता को मिलेगा बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जो बाइडन के बीच हुआ विलमिंगटन समझौता भारत के प्रतिद्वंद्वियों को एक स्पष्ट संकेत भेजता है

by के.ए. बद्रीनाथ
Sep 24, 2024, 06:18 pm IST
in भारत
भारत,अमेरिका के बीच सुरक्षा सेमीकंडक्टर समझौता

भारत,अमेरिका के बीच सुरक्षा सेमीकंडक्टर समझौता

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

आखिर भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा सेमीकंडक्टर समझौते पर दुनिया की नजरे क्यों टिकी हुई हैं। अमेरिका और भारत की साझेदारी से भारत के पहले सुरक्षा सेमीकंडक्टर विकास और निर्माण संयत्र की स्थापना होगी। जिससे देश को आधुनिक संवेदन, संचार और मिलिट्री के लिए हाई वोल्टेज पावर इलेक्ट्रोनिक्स की क्षमता में बढ़त होगी। यह चिप्स उत्पादन संयंत्र भारत को भविष्य में चीन और पाकिस्तान सहित दक्षिण और दक्षिण पूर्व के विरोधियों से अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जो बाइडन के बीच हुआ विलमिंगटन समझौता भारत के प्रतिद्वंद्वियों को एक स्पष्ट संकेत भेजता है।
यदि रविवार को अमेरिका में हुए इस समझौते की प्रारंभिक प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण किया जाए तो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग इससे चिंतित दिखाई देते हैं। भारत सेमीकंडक्टर मिशन भारत और अमेरिका अंतरिक्ष बल और जनरल ऑटोमिक्स के भारत सेमी और थर्डआईटेक समझौते को भी सहायता देगा।

कुछ विश्लेषकों ने सेमीकंडक्टर समझौते की तुलना सिविल न्यूक्लियर संधि से की है। जो कि भारत के सुरक्षा तंत्र को एक नये स्तर पर पहुंचा देगा। हालांकि देश के बाहर और अन्दर साम्यवादी इसका विरोध करेंगे और आरोप लगाएंगे, जैसा कि न्यूक्लियर संधि के दौरान मनमोहन सिंह सरकार के साथ हुआ था। जिससे उनकी सरकार लगभग गिरने वाली थी। यह समझौता प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिकी दौरे का मुख्य आकर्षण रहा है। जिसका देश के अंदर और बाहर स्थित दुश्मनों के द्वरा विरोध किया जा रहा था।

हर साल सेमीकंडक्टर चिप्स के लिए एक अरब यूएस डॉलर खर्च करना बेतुका था। यह चिप्स अपने तकनीकि कौशल और नवाचार के कारण भारत के लिए आवश्यक है। इस समझौते के अंतर्गत कोलकाता पावर सेंटर में स्थापित वैश्विक फाउंडरीज फैसिलिटी भारत की चिप्स उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगी।

इस समझौते के बाद भारत को व्यावसायिक और उत्पादन कार्यों के लिए चीन से सेमीकंडक्टर खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी। भारत अंतरर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को नए अवसर देगा, ताकि वे औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए देश के अंदर चिप्स का उत्पादन कर सकें। भारत ने कई अंतरर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी की है। जिसमें यूएस, यूरोप, ताइवान और सिंगापुर हर साल उच्च गुणवत्ता वाले चिप्स का उत्पादन करेंगे।

हर दिन सात करोड़ चिप्स उत्पादन के लिए 1.5 लाख रुपये खर्च किये जाते है। यह चीन की विस्तारवादी नीतियों से हटकर वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखलाएं स्थापित करने के व्यापक लक्ष्य का हिस्सा है। भारत द्वारा वैश्विक रुप से मुख्य पाँच चिप्स निर्माताओं में शामिल होने के लिए चार निर्माण संयंत्रों का निर्माण किया जा रहा है। अन्य दो सेमीकंडक्टर चिप्स संयंत्र काईनेस सेमीकॉन और सीजी पावर के द्वारा साणंद, गुजरात में स्थापित किए जा रहे हैं, जबकि शेष दो संयंत्र टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के द्वारा डाडेरा, गुजरात औऱ मोरेगांव असम में स्थापित किये जा रहे हैं।

2021 में भारत में नए सेमीकंडक्टर तंत्र स्थापित करने की संभावना लगभग शून्य थी। सेमीकंडक्टर के उत्पादन, प्रक्रिया, विकास और एक संपूर्ण तंत्र स्थापित करने के लिए उत्पादन से संबंधित योजनाओं के तहत 76,000 करोड़ रुपये की सहायता निश्चित की गई थी।
साल 2030 तक भारत में सेमीकंडक्टर बाजार के 109 अरब यूएस डॉलर पहुंचने की संभावना है। जोकि वर्तमान में केवल 38 अरब डॉलर का है। सेमीकंडक्टर ना केवल देश की जीडीपी में बढोत्तरी करेंगे बल्कि लाखों हाई स्किल्ड नौकरियों का भी निर्माण करेंगे। भारत की आयात निर्भरता कम होगी। इतना ही नहीं भारत संबंधित कई उद्योग क्षेत्रों को सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्यात भी कर सकेगा।
हाल के वर्षों में कई व्यापारिक समझौतों की योजना से भारत में बिजली, औद्योगिक क्षेत्र और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा। इसके अलावा, चिप्स विशेषज्ञों की बढ़ती मांग के कारण, नई शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों की आवश्यकता होगी।
एक बार सेमीकंडक्टर की सुनिश्चित सप्लाई होने पर ईलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन, दूरसंचार और ऑटोमोबाईल उद्योग का भी विस्तार होगा। भविष्य में होने वाली लड़ाइयों और युद्धों में सेमीकंडक्टर की महत्ता के कारण भारत की भू-राजनीतिक स्थिति का भी प्रभाव बढ़ेगा। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में पहले ही कई स्टार्ट-अप प्रगतिशील योजनाओं के साथ उभरकर आ रहे हैं।
भूतकाल की गलतियों को पीछे छोड़ते हुए भारत अब एक बड़ा कदम उठाने वाला है।

ये भी पढ़े- मोदी 3.0 : रक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां

 

Topics: India-US Semiconductor AgreementModi Biden Semiconductor DealIndia Semiconductor Manufacturing PlantStrategic Partnership India USSemiconductor Chips Production in IndiaIndia China Semiconductor RivalryIndia Defense Semiconductor IndustryGlobal Semiconductor Market 2030Semiconductor Manufacturing in India 2024India US Geopolitical Relations
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

शौर्य यात्रा : ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर ओडिशा में महिलाओं ने निकली भव्य यात्रा

उत्तराखंड : हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना

‘गजवा ए हिन्द’ का प्लान और 600 नंबर : पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद तुफैल वाराणसी से गिरफ्तार, शैतानी मंशा उजागर

पाकिस्तान : 100 साल पुराने शिव मंदिर पर कब्जा, हिन्दुओं ने वीडियो जारी कर लगाई गुहार

छेड़छाड़ और यौन शोषण : हिन्दू लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद, शूटिंग कोच मोहसिन गिरफ्तार

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

दुश्मनों ने देखा जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है, पाकिस्तान से सिर्फ पीओजेके पर ही बात होगी: पीएम मोदी

‘बिना सबूत अफगानिस्तान को दोष न दें’ : तालिबान ने लगाई पाकिस्तान को लताड़, जानिए क्या कहा..?

श्रीकांत शिंदे और डॉ.अली राशिद

आतंकवाद के खिलाफ भारत को UAE का समर्थन, सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने की अहम बातचीत

उज्जैन : लव जिहाद से बिछड़ोद में तनाव, गुस्साए ग्रामीणाें ने किया नेशनल हाईवे पर चक्काजाम

पंजाब पुलिस ने 12 KG पाकिस्तानी हेरोइन बरामद

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies