नई दिल्ली । पंजाब से जुड़े हालिया बम विस्फोट मामले ने विदेश में सैटलमेंट के लालच की सीमा को एक नया मोड़ दे दिया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित कोठी नंबर-575 में हुए हैंड ग्रेनेड हमले के आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इन आरोपियों ने स्वीकार किया है कि आतंकियों ने उन्हें विदेश में अच्छा सैटल करने का वादा किया था, जिसके चलते उन्होंने यह खतरनाक कदम उठाया।
घटना का विवरण
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों रोहन मसीह और विशाल मसीह ने बताया कि उन्हें विदेश भेजने का वादा अमेरिका में रह रहे आतंकी हैप्पी पासिया ने किया था। रोहन को अमेरिका के हैप्पी पासिया और विशाल को दुबई के रास्ते कनाडा भेजने का प्रस्ताव मिला था। विशाल को कनाडा भेजने के लिए एक एजेंट का नंबर भी दिया गया था, लेकिन इससे पहले कि वह विदेश भाग पाता, सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि अगस्त के अंत में पाकिस्तान में सैटल आतंकवादी हरविंदर रिंदा ने हथियारों की खेप ड्रोन के माध्यम से धनोया गांव में भेजी थी। इस खेप में पिस्तौलें, कारतूस, आईईईडी और हैंड ग्रेनेड शामिल थे। रोहन ने अमृतसर के गांव हरदो रत्न के आकाशदीप और अमरजीत से ये हथियार प्राप्त किए थे।
आरोपियों की गिरफ्तारी और पूछताछ
रोहन को अमृतसर में गिरफ्तार कर 19 सितंबर तक रिमांड पर लिया गया है, जबकि विशाल मसीह को दिल्ली से गिरफ्तार कर पंजाब ले जाया गया है। विशाल के पास एक पिस्टल, फर्जी पासपोर्ट और अन्य सामान मिला है। दोनों आरोपियों ने घटना के बाद हैप्पी पासिया से पैसे के लिए संपर्क किया, लेकिन पैसे प्राप्त नहीं हुए।
पुलिस की कार्रवाई और छापेमारी
चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों विशाल और रोहन से पूछताछ के बाद उनके हथियार आपूर्ति करने वालों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। एआईजी एसएसओसी अमृतसर सुखमिंदर सिंह मान ने बताया कि चंडीगढ़ पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस ने विशाल को अदालत में पेश कर 20 सितंबर तक रिमांड हासिल कर लिया है।
विदेश जाने की लालच और स्थानीय नेटवर्क
जांच में यह भी सामने आया है कि हैप्पी पासिया ने पंजाब में अपने नेटवर्क के माध्यम से आरोपियों को विस्फोटक सामग्री और वित्तीय सहायता प्रदान की थी। आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद हैप्पी से पैसे की मांग की, लेकिन उसने पैसे देने से मना कर दिया और संपर्क करने पर भी फोन नहीं उठाया।
विदेश में सैटलमेंट का लालच
यह घटना बताती है कि विदेश में सैटलमेंट के लिए लोग कितने भी गलत कदम उठाने को तैयार हैं। इस लालच में कई लोग भारत में झूठे आरोप लगाकर विदेशी नागरिकता प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने इस मुद्दे पर कहा है कि वे 35 हजार रुपये पार्टी फंड लेकर ऐसे पत्र लिखते हैं, जो विदेश में नागरिकता प्राप्त करने में मददगार साबित होते हैं।
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