बांग्लादेश है तो बस भारत की वजह से! क्या कोई जमाती झुठला सकता है इस सच को?
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

बांग्लादेश है तो बस भारत की वजह से! क्या कोई जमाती झुठला सकता है इस सच को?

भारत ने 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के बाद से, उसके विकास और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

by WEB DESK
Sep 7, 2024, 03:16 pm IST
in विश्व
बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान, जिनकी हुंकार से हिल जाता था इस्लामाबाद

बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान, जिनकी हुंकार से हिल जाता था इस्लामाबाद

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान, भारत ने बांग्लादेश को सैन्य और मानवीय सहायता प्रदान की। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, भारत ने तब लाखों बांग्लादेशी शरणार्थियों को आश्रय दिया था।


आज बांग्लादेश में भले ही यूनुस की अंतरिम सरकार हो, भले ही वहां रजाकारों के आधुनिक और पहले से ज्यादा कट्टर स्वरूप वाली जमाते इस्लामी का उन्मादी राज हो गया हो, लेकिन क्या देश और देश के इतिहास, संस्कृति से सच में प्यार करने वाले उस देश के दुनिया में अस्तित्व में आने और उसके 5 अगस्त 2024 तक के विकास में भारत के अप्रतिम योगदान को भुला सकते हैं? पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को जिस प्रकार उन्मादी आतंक फैलाकर अपदस्थ किया गया, वह हैरान करने वाला था, लेकिन क्या एक आम बांग्लादेशी शेख हसीना के पिता बंगबंधु मुजीबुर्रहमान के इस देश को उसके ज्न्म से लेकर एक देश की शक्ल देने में किए गए त्याग और समर्पण को भुला सकते हैं?

1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने घुटनों पर ला दिया था पाकिस्तान को

आज वहां उन्हीं हिन्दुओं की पीढ़ी को और ज्यादा उत्पीड़ित किया जा रहा है जिन्होंने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अपनी आहुति दी है। वहां आज जमात के उन्मादी तत्व उन्हीं मठों—मंदिरों को जला रहे हैं जिन्होंने हर आपदा के समय बिना किसी भेदभाव के अपनी जन्म और कर्मभूमि बांग्लादेश को, मत—मजहब के भेद से परे हर वासी को थामा है! यह दुर्भाग्यपूर्ण वक्त जिन शरारती ताकतों के कारण वहां चल रहा है, उसके बीच क्या एक आम बांग्लादेशी नीचे गिनाए गए उन कामों को झुठला सकता है, जो भारत ने उसके पड़ोसी के नाते उसके हित में किए हैं?

बांग्लादेश युद्ध के अप्रतिम रणनीतिकार तत्कालीन फील्ड मार्शल सैनिकों में जोश जगाते हुए

भारत ने 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के बाद से, उसके विकास और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत ने बांग्लादेश को विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग प्रदान किया है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए हैं। जैसे-

स्वतंत्रता संग्राम में सहायता: 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान, भारत ने बांग्लादेश को सैन्य और मानवीय सहायता प्रदान की। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, भारत ने तब लाखों बांग्लादेशी शरणार्थियों को आश्रय दिया था।

आर्थिक सहयोग: बांग्लादेश की आजादी के बाद भारत ने बांग्लादेश को कई अवसरों पर आर्थिक सहायता प्रदान की। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध लगातार आगे बढ़ते गए हैं। भारत ने बांग्लादेश को विभिन्न परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग प्रदान किया है।

संस्कृति और शिक्षा: भारत ने बांग्लादेश के साथ सांस्कृतिक तथा शैक्षिक संबंधों को भी मजबूत किया है। भारतीय विश्वविद्यालयों में बांग्लादेशी छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान के अनेक कार्यक्रमों को आयोजित किया है जिनके माध्यम से दोनों देशों के लोग एक-दूसरे की संस्कृति को समझने के अनेक प्रयास करते रहे हैं।

सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग: भारत बांग्लादेश में सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में भी सहयोग देता रहा है। दोनों देशों ने कई अवसरों पर आतंकवाद, विद्रोह और सीमा पार अपराधों के खिलाफ मिलकर काम किया है। यही सहयोग क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने में मजबूत भूमिका निभाता आ रहा था।

पर्यावरण और जल संसाधन: भारत और बांग्लादेश ने पर्यावरण संरक्षण और जल संसाधनों के प्रबंधन में भी सहयोग किया है। दोनों देशों ने गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों के जल बंटवारे पर समझौते किए हैं, जिससे जल संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित हुआ है।

युद्ध जीतने के बाद ढाका में भारतीय सैनिक

भारत और बांग्लादेश के बीच यह सहयोग दोनों देशों के विकास और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण रहा है। यह संबंध भविष्य में भी मजबूत हो, ऐसा भारत सरकार का प्रयास रहा है, इस संबंध में भारत के राजदूत ने पिछले दिनों वहां की अंतरिम सरकार के वरिष्ठ सलाहकार से भेंट भी की है। भारत के विरुद्ध वहां के मजहबी कट्टर तत्व कुछ भी दुष्प्रचार करें, लेकिन सत्य तो सत्य ही होता है, उसे झुठलाया नहीं जा सकता, पाकिस्तान की वहां देखने में आ रहीं कथित शैतानी चालों से भी नहीं।

Topics: bangladeshIndian Armyबांग्लादेश1971 warबंगबंधु मुजीबुर्रहमानmujiburrehmanIndiabongabondhucooperayionsammukti bahiniभारत
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

भारत की स्वदेशी तोप MGS: 60 सेकंड में 6 राउंड फायर, गोला दागते ही जगह चेंज

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

विश्व में भारत का गौरव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies