हिन्दू संत रामगिरि महाराज के इस्लाम को लेकर कथित बयान पर इस्लामिक कट्टरपंथी भड़के हुए हैं। महाराष्ट्र के लगभग हर शहर में कट्टरपंथी लगातार प्रदर्शन करते हुए रामगिरि महाराज की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी ‘सिर तन से जुदा’ की मजहबी नारेबाजी कर लोगों में खौफ पैदा करने की कोशिशें कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें नाबालिग बच्चों को भी प्रदर्शन करते देखा गया है। इस मामले में अब NCPCR ने भी एक्शन ले लिया है।
NCPCR ने थाणे के पुलिस कमिश्नर आशुतोष डुंबारे को विरोध प्रदर्शनों में बच्चों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर पत्र लिखा है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक्स पर वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि प्रदर्शन में बच्चों को रामगिरी महाराज का सिर कलम करने के नारे लगाते देखा गया।
आयोग ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसे गैरकानूनी कार्यों में नाबालिग बच्चों का होना किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 83 और बीएनएस 2023 की संबंधित धारा का उल्लंघन है। इसीलिए आपके खाद्य कार्यालय से अनुरोध करता है कि वो मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। इस मामले में आयोग ने 3 दिन के अंदर प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ एक्शन रिपोर्ट पेश करने का आग्रह किया है।
इसी क्रम में कर्ली जीवी नाम के सोशल मीडिया यूजर ने कहा, “रामगिरि महाराज ने सच बोला और कुछ नहीं, लेकिन इस्लामवादियों ने अब नागपुर, महाराष्ट्र में ये नारे लगाए हैं। गुस्ताख ए नबी की एक ही सजा, रामगिरी महाराज की एक ही सजा, सर तन से जुदा। इसे रोकना होगा और यूपी जैसी सख्त कार्रवाई तुरंत की जानी चाहिए।” इसके साथ ही यूजर ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र भडणवीस को भी टैग किया है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर वायरल उपरोक्त वीडियो नागपुर के बर्डी चौक का बताया जा रहा है।
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