कोलकाता, (हि.स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर की बलात्कार और हत्या के मामले में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दो वरिष्ठ चिकित्सकों को कोलकाता पुलिस के नोटिस के खिलाफ सैकड़ो की संख्या में वरिष्ठ डॉक्टर सोमवार को सड़कों पर उतर गए। इन लोगों ने मेडिकल कॉलेज से लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय तक मार्च किया। पुलिस ने जिन दो वरिष्ठ डॉक्टरों- डॉ. कुनाल सरकार और डॉ. सुवर्णा गोस्वामी, को नोटिस दी है, उन्होंने इस रैली का नेतृत्व किया और लाल बाजार में जाकर हाजिरी लगाई।
हालांकि, यह मार्च फ़ेयर लेन-बीबी गांगुली स्ट्रीट क्रॉसिंग के पास पुलिस द्वारा रोक दिया गया, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने दोनों डॉक्टरों को पुलिस मुख्यालय तक पहुंचाया।
पुलिस ने उन्हें सोशल मीडिया पर साझा की गई पोस्ट के संबंध में पेश होने का निर्देश दिया था। डॉ. कुनाल सरकार ने कहा कि हम उस युवा डॉक्टर के लिए न्याय चाहते हैं, और हमने कोई अपराध नहीं किया है। विरोध प्रदर्शन में शामिल एक और डॉक्टर, डॉ. मानस गुमटा, ने चेतावनी दी कि अगर न्याय की मांगों को दबाने का प्रयास किया गया तो चिकित्सक इस आंदोलन को और तेज़ करेंगे। पुलिस ने डॉ. सरकार और डॉ. गोस्वामी पर गलत जानकारी फैलाने और उस स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की पहचान उजागर करने का आरोप लगाया है, जिसे ड्यूटी के दौरान बलात्कार और हत्या का शिकार बनाया गया था।
पुलिस ने मांगी डॉक्टरों से मदद
पुलिस सुरक्षा में डॉक्टर कुनाल सरकार और सुवर्ण गोस्वामी अंदर गए। करीब घंटे भर रहने के बाद दोनों बाहर निकले। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनसे इस बात के लिए मदद मांगी कि कोलकाता में चल रहे विरोध प्रदर्शन को कैसे समाप्त किया जा सकता है। पुलिस ने इन दोनों डॉक्टरों से बाकी आंदोलनरत डॉक्टरों को समझा-बूझाकर काम पर लौटने की अपील की है। बाहर निकले स्वर्ण गोस्वामी ने कहा कि अगर पुलिस को हमारी मदद चाहिए थी तो इस तरह से अपराधियों की तरह नोटिस देकर बुलाने का कोई मतलब नहीं था। उन्होंने कहा कि हमने पुलिस को बताया है कि इस नोटिस को हम हल्के में नहीं ले रहे हैं।
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