मेरठ। प्रलोभन देकर भोले-भाले हिन्दू परिवारों को मतांतरण की राह पर ले जाने का षडयंत्र फिर नाकाम हो गया है। सामूहिक मतांतरण का प्रयास कर रहे ईसाई मिशनरी के एजेंटों को विहिप कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। हंगामे के बीच पुलिस ने मिशनरी से जुड़ीं तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सहारनपुर का मुख्य षडयंत्रकारी रवि पास्टर मौके से भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश जारी है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ ही दिन के अंदर मतांतरण की कोशिश यह तीसरा बड़ा मामला सामने आया है। इससे पहले बरेली जिले में हिन्दू संगठन दो स्थानों पर इस तरह का षडयंत्र विफल कर चुके हैं। पुलिस के अनुसार, मेरठ में थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र के खड़ौली स्थित एक मकान के अंदर मिशनरी गतिविधियां चल रही थीं। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना हिन्दू संगठनों को दी, तो विहिप महामंत्री मनोज त्यागी, रंजन वर्मा कई पदाधिकारियों के साथ खड़ौली पहुंच गए।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग गरीब हिन्दू परिवारों लालच देकर मतांतरण के लिए बरगला रहे हैं। एक महिला कुछ समय पहले से ही वहां रहने आई थी, जो किराए के मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण का षडयंत्र चला रही थी। विहिप कार्यकर्ताओं ने मकान का गेट खुलवाया तो अंदर मौजूद लोगों ने बदसलूकी शुरू कर दी। नौबत हाथापाई तक जा पहुंची।
सूचना पर थाना कंकरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई और लोगों से पूछताछ के बाद मतांतरण के मामले में मिशनरी से जुड़े गुलशन, सतपाल, दीपक, निशा, छाया व मिथलेश को हिरासत में ले लिया। प्रार्थना सभा की आड़ मतांतरण का षडयंत्र करने वाला मुख्य व्यक्ति रवि पास्टर गायब होने में सफल रहा। पुलिस ने मौके से लोगों को गुमराह करने में इस्तेमाल किया जाने वाले मिशनरी साहित्य व लाउडस्पीकर बरामद किया है। पुलिस ने षडयंत्र में शामिल रवि पास्टर सहित 7 लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है।
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