नई दिल्ली, (हि.स.)। केरल के वायनाड जिले के मेप्पडी, मुंडक्कई टाउन और चूरल माला में मूसलाधार बारिश के बीच आज सुबह हुए भूस्खलन में जानमाल की बड़ी क्षति हुई है। वायनाड जिले के ऊंचाई वाले गांवों में सैकड़ों घर जमींदोज हो गए हैं। भूस्खलन में अब तक 84 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 116 लोग घायल बताये जा रहे हैं। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और कई लोग अभी भी लापता हैं।
भारी बारिश के दौरान रात करीब एक बजे मुंडक्कई कस्बे में पहला भूस्खलन हुआ। वहां बचाव अभियान जारी था कि सुबह करीब 4 बजे चूरलमाला स्कूल के पास दूसरा भूस्खलन हुआ। चूरलमाला टाउन में पुल ढहने के बाद क्षेत्र में लगभग 400 परिवार फंसे हुए हैं। यह पुल मुंडक्कई में अट्टमाला तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता है और इसके ढहने से बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
वायनाड में भूस्खलन की घटना में कम से कम 84 लोगों की जान जाने के बाद केरल सरकार ने आज और कल राज्य में आधिकारिक शोक की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वायनाड में हुए भूस्खलन में मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने इस आपदा पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री से बातचीत की है और केन्द्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
एनडीआरएफ और सेना दोनों ही बचाव कार्यों में जुटे हैं। भूस्खलन से पेड़ उखड़ गए हैं। लगातार पानी का बहाव जारी है और कई घर जमींदोज हो गए हैं। सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि सभी सरकारी एजेंसियां बचाव कार्यों में शामिल हो गई हैं और स्वास्थ्य विभाग – राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर, 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं।
वायनाड जिले में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों की देखरेख के लिए सीराम संबाशिव राव आईएएस को विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
भारतीय सेना की टुकड़ी चूरलमाला में भूस्खलन स्थल पर पहुंची है। रस्सियों का उपयोग करके, सैनिकों को चूरलमाला के वार्ड नंबर 10 में सहायता और बचाव प्रयासों को पूरा करने के लिए नदी के उस पार ले जाया जा रहा है जो उफान पर है।
सेना ने बचाव कार्यों में सहायता के लिए रक्षा सुरक्षा कोर के 200 सैनिकों और एक मेडिकल टीम को तैनात किया। इसके अतिरिक्त, प्रयासों में सहायता के लिए सुलूर में वायु सेना स्टेशन से दो हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं।
एनडीआरएफ का कहना है कि उनकी टीमें वायनाड में विभिन्न स्थानों पर हैं। एनडीआरएफ की 3 टीमें पहले से ही वायनाड में हैं। हम बचाव कार्य करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन की घटना पर दुःख जताया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल ‘एक्स’ पर लिखा, “केरल के वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में लोगों की मौत से दुःखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और बचाव कार्यों की सफलता के लिए प्रार्थना करती हूं।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘केरल के वायनाड में भूस्खलन के कारण हुई मौतों से मैं बहुत दुःखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केरल के वायनाड में भारी वर्षा और भूस्खलन से जानमाल की क्षति पर दुःख जताया है। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री से टेलीफोन पर बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ लिखा कि वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं। मैं उनके स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वायनाड में बचाव अभियान चल रहा है। इस संबंध में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से टेलीफोन पर बातचीत की है। उन्होंने केंद्र की ओर से केरल के मुख्यमंत्री विजयन को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक पर पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी लिखा कि केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं से मैं बहुत चिंतित हूं। एनडीआरफ युद्ध स्तर पर खोज और बचाव अभियान चला रहा है। दूसरी टीम प्रतिक्रिया अभियान को और मजबूत करने के लिए रवाना हो गई है। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
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