पेरिस ओलंपिक का आज दूसरा दिन है, उसमें हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु भाकर मेडल की सबसे बड़ी दावेदार हैं। आज वो 10 मीटर एयर पिस्टल के इवेन्ट में फाइनल इवेंन्ट में उतरेंगी। इससे पहले शनिवार को हुए क्वालिफिकेशन इवेंट में उन्होंने 600 में से 580 पॉइंट्स हासिल किए और 45 शूटर्स में तीसरे नंबर पर रहीं।
इसे भी पढ़ें: Delhi IAS Coaching सेंटर में मौत पर स्वाती मालिवाल और कपिल मिश्रा ने कहा-‘ये आपदा नहीं हत्या है’
मनु की मां को इस बात की पूरी उम्मीद है कि इस बार पेरिस ओलंपिक में उनकी बेटी पदकों के सूखे को दूर कर पाएंगी। इससे पहले वर्ष 2021 में टोक्यो ओलंपिक के दौरान नंबर वन शूटर रहीं मनु भाकर क्वालिफाइंग राउंड में थी और उस दौरान उन्हें 55 मिनट में 44 निशाने लगाने थे, लेकिन वो केवल 14 शॉट ही लगा पाई थीं। पहले 20 मिनट में तो वह कोई निशाना ही नहीं लगा पाई थीं।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, मनु की मां का कहना है कि जब मनु टोक्यो से वापस लौटी थी, तो मेडल नहीं जीत पाने के कारण वह बहुत ही ज्यादा निराश थीं, इसी कारण उन्होंने मनु की पिस्टल भी छिपा दी थी, जिससे मनु का दुख थोड़ा कम हो जाए। मनु भाकर की मां सुमेधा कहती हैं कि 2021 का टोक्यो के दौरान का वीडियो वो देख नहीं पाई थीं, लेकिन बाद में जब उसकी वीडियो देखी तो हमें बहुत दुख हुआ।
इसे भी पढ़ें: लव जिहाद: नसीम ने आकाश बनकर शादीशुदा महिला को फंसाया, हिन्दू रीति रिवाज से की शादी, अब इस्लाम कबूलने का बना रहे दबाव
मनु की मां सुमेधा बताती हैं कि वो चाहती थीं कि बेटी डॉक्टर बने। लेकिन, स्कूल के फिजिकल एजुकेशन टीचर ने स्पोर्ट्स में डालने के लिए कहा था कि डॉक्टर को कौन जानेगा, अगर मनु देश के लिए मेडल जीतेगी तो पूरी दुनिया उसे जानेगी।
टिप्पणियाँ