खालिस्तान समर्थक अमृतपाल जो कि 2024 के चुनाव में सांसद के तौर पर चुना गया है। वह पंजाब को नशामुक्त करने की बात करता था। लेकिन, खालिस्तानी अलगाववादी नेता व खडूर साहिब से निर्दलीय सांसद अमृतपाल का भाई नशा तस्कर निकला।
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जालंधर पुलिस ने देहात पुलिस ने अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह को आइस (ड्रग्स) के साथ गिरफ्तार किया है। हरप्रीत सिंह के पास से करीब पांच ग्राम आइस बरामद की है। हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद आला अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। हरप्रीत सिंह को फिल्लौर से पकड़ा गया है।
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आइस एक खतरनाक ड्रग होती है। यह हेरोइन के विपरीत काम करता है। हेरोइन नर्वस सिस्टम को उदास व डाउन करता है, जबकि आइस ड्रग उत्तेजित कर देता है। इसका आमतौर पर इस्तेमाल रेव पार्टी, डिस्कोथेक और बड़े-बड़े होटलों में किया जाता है। यह एक उत्तेजक ड्रग है। हार्ट बीट बढ़ती है। चार से पांच घंटे के बाद वे शांत होते हैं।
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फिर उनमें डिप्रेशन और मायूसी के लक्षण दिखते हैं। ज्ञात रहे कि पंजाब के कट्टरपंथी संगठन यह दावा करते रहे हैं कि अमृतपाल पंजाब को नशामुक्त कर रहा था और इसी के चलते उसे झूठे केस में फसाया गया है परन्तु असलीयत यह है कि अमृतपाल नशामुक्ति केंद्र के नाम पर युवाओं का माइंडवाश करता था और उन्हें गलत मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता था।
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