उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में ईसाई मिशनरी के स्कूल के प्रधानाचार्य की कुर्सी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बिशप जॉनसन इंटर कॉलेज में महिला प्रधानाचार्य को बलपूर्वक बाहर निकाल दिया गया। महिला प्रधानाचार्य ने जब कुर्सी छोड़ने से मना कर दिया तो दूसरे पक्ष ने कुर्सी समेत उनको धक्का मारकर बाहर निकाल दिया। इसके बाद प्रबंध तंत्र द्वारा नियुक्त नई महिला प्रधानाचार्य ने कुर्सी पर स्थान ग्रहण कर लिया। बलपूर्वक कुर्सी से उतारी गई महिला प्रधानाचार्य ने अभद्रता का आरोप लगाया है।
कुर्सी से बलपूर्वक हटाई गई महिला प्रधानाचार्य पारुल सोलोमन का कहना है कि उनके कार्यालय में लोग जबरन घुस आये और उनके साथ अभद्रता करने लगे। पारुल का कहना है कि विद्यालय के प्रबंध तंत्र को लेकर न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है। पारूल का आरोप है कि जब अपने कक्ष में वह कार्य कर रही थीं तभी तभी गेट पर हंगामा शुरू हो गया। उसके बाद विपक्षीगण जबरन ताला तोड़कर कक्ष में घुस गए। उन लोगों ने उनका मोबाइल फोन छीन लिया और अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया। इसके बाद उन्हें कक्ष से बाहर निकाल दिया।
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जानकारी के अनुसार, पारुल की जगह शर्ली मसीह को कॉलेज का प्रधानाचार्य नियुक्त कर दिया गया है। दूसरे पक्ष ने शर्ली मसीह को उसी समय प्रधानाचार्य की कुर्सी पर बैठा दिया। इस मामले में बिशप मॉरिस एडगर दान ने आरोप का जवाब देते हुए कहा है कि कि पीटर बलदेव ने अपनी बेटी पारुल को अवैधानिक तरीके से स्कूल का प्रधानाचार्य नियुक्त किया था। बर्खास्त किये जाने के बाद भी पारूल पद नहीं छोड़ रही थीं और कालेज के फंड का दुरूपयोग कर रही थीं।
यह भी उल्लेखनीय है कि जब महिला प्रधानाचार्य को अपदस्थ किया गया तो वह अपने मोबाइल से वीडियो बना रही थीं। उनके कक्ष में हंगामा हुआ और उन्हें जबरदस्ती धक्का देकर कक्ष से बाहर निकाल दिया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
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