क्या ऐसी कल्पना भी कोई कर सकता है कि एक लड़की जो अपनी जान बचाने के लिए दूसरे देश में शरण लेने जा रही हो और वह भी अकेली नहीं बल्कि लगभग 70 लोगों के समूह में, उसके साथ उसे नाव में बलात्कार होता है और वह भी उसकी माँ के सामने। लेकिन, ईराक के एक दरिंदे ने किया है।
इस घटना की कल्पना भी नहीं की जा सकती है कि लगभग 70 लोगों से भरी एक बड़ी नाव डूबती जा रही है और उसे पर एक लड़की के साथ एक सहयात्री बलात्कार कर रहा है। यह दिल दहला देने वाली घटना हुई है, 16 जून को जब सीरिया, ईराक और ईरान से कुछ लोग यूरोप की ओर यात्रा कर रहे थे। यूएन शरणार्थी संस्था यूएनएचसी आर, इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन फॉर माइग्रेशन और यूएन चिल्ड्रन एजेंसी यूनिसेफ के अनुसार, ये प्रवासी ईरान, सीरिया और ईराक से आ रहे थे। यह जहाज तुर्किए से चला था और यह इटली के दक्षिणी तट से 120 नॉटिकल माइल पर डूब गया।
इस जहाज के इंजन में विस्फोट हुआ और फिर धीरे धीरे वह डूबने लगा। इस जहाज में मौजूद कुल लोगों में से मात्र ग्यारह लोग ही जीवित बच पाए हैं और उन जिंदा लोगों में वह महिला भी है, जिसकी बच्ची के साथ यह घटना हुई। इटली की मीडिया के अनुसार पाँच दिनों तक वह जहाज लहरों की दया पर रहा। इनमें से एक घटना दिल दहला देने वाली थी, जिसमें एक 27 वर्षीय जिंदा बचे आदमी ने, जिसकी अपनी बीवी और बच्ची इसी जहाज में मारे गए थे और उसने अपनी आँखों से उन्हें डूबते हुए देखा, उसने उसी जहाज में मौजूद ईराक की एक 16 वर्षीय लड़की पर हमला किया, उसके साथ बलात्कार किया और फिर उस लड़की की मौत हो गई।
एजीआई समाचार एजेंसी के अनुसार रेगियों कलाब्रिया की पुलिस ने जहाज के मलबे से जिंदा बचे एक प्रवासी के खिलाफ गिरफ़्तारी आदेश जारी किया था, जिसने उसे जहाज की एक 16 वर्षीय लड़की के साथ हिंसा की थी और फिर वह सांस न आने के कारण मर गई थी। इस आदमी को गिरफ्तार करके कैंटाजारो जेल में ले जाया गया, जहां पर न्यायाधीश ने उसकी गिरफ़्तारी के आदेश को सही ठहराया।
पुलिस के अनुसार उसने कथित रूप से लड़की पर हमला किया और फिर उसके साथ बलात्कार किया, जिसके कारण वह दम घुटने के कारण मर गई। इस घटना की रिपोर्ट उस लड़की की माँ ने दर्ज कराई, जिसकी जान भी इस घटना में बच गई थी।
ऐसा कहा जा रहा है कि जब उस 27 वर्षीय आदमी ने अपनी बीवी और बच्ची को डूबते हुए देखा और मरते हुए देखा तो उसने अपना गुस्सा उस लड़की पर निकाला। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कह रहे हैं कि किस मानसिकता के लोग पलायन करके यहाँ आ रहे हैं?
लोग कह रहे हैं, कि अपने लोगों को बचाने के स्थान पर वह दूसरी लड़की को अपना शिकार बना रहा है? इस तरह की मानसिकता है यह?
लोग कह रहे हैं कि यही तो लेफ्ट के लोग कहहते हैं। एक यूजर ने लिखा कि अगर हम ऐसे शरणार्थियों का विरोध करते हैं, तो हमें रेसिस्ट कहा जाता है। मगर हम ऐसे नहीं हैं। एक ने लिखा कि जहाज डूब रहा है और उस आदमी के पास बलात्कार का समय है? तो एक ने लिखा कि “मल्टीक्लचरिज्म”
दरअसल मल्टीकल्चरलिज़्म के नाम पर यूरोप में मुस्लिम शरणार्थियों को शरण दी जा रही है। कई बार लोगों ने आवाज उठाई कि मुस्लिम देशों से केवल आदमी ही क्यों आते हैं? 16 जून को जो घटना हुई है वह यह बताने के लिए पर्याप्त है कि केवल आदमी ही क्यों आते हैं? क्या महिलाएं ऐसी यात्राओं में सुरक्षित नहीं हैं? ऐसे तमाम सवाल हैं। मगर मल्टीकलरचरिज्म के नाम पर कई ऐसी तहजीब के लोग यूरोप में आ रहे हैं, जो कहने के लिए अपने-अपने देश में शोषण से बचने के लिए आ रहे हैं, मगर यूरोपीय देशों में लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
उन्हें बुरा न लगे, इस मल्टीक्लचरिज्म को ठेस न पहुंचे तो उनके प्रति काफी हद तक सॉफ्ट कानून हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि वे जिस कल्चर से आए हैं, वहाँ पर महिलाएं इतनी खुली नहीं रहती हैं तो वे लड़कियों की ओर आकर्षित हो जाते हैं। और ऐसे में उन्हें ही पूरी तरह से दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।
यूरोप में मल्टीक्लचरिज्म के नाम पर जिस प्रकार से मुस्लिम शरणार्थियों को प्रवेश दिया गया है, उसका खामियाजा वहाँ की महिलाएं और लड़कियां भी भुगत रही हैं और यही कारण है कि यूरोप में चुनावों में वही दल उभरकर आ रहे हैं, जो इस थोपे गए मल्टीकल्चरिज्म के खिलाफ हैं।
इटली के तट पर ईराकी आदमी द्वारा की गई इस घटना से लोग स्तब्ध हैं, और प्रतिक्रिया दे रहे हैं, विशेषकर उन देशों के लोग जहां पर ये लोग शरण लेने के लिए लगातार जा रहे हैं।
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