नैनीताल: विश्व प्रसिद्ध हो चुके कैंची धाम आश्रम का स्थापना दिवस वार्षिक उत्सव कल 15 जून को आयोजित किया जा रहा है।
इस उत्सव के लिए हजारों श्रद्धालु कैंची धाम पहुंचने लगे हैं।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: बद्रीनाथ से राजेंद्र भंडारी और मंगलौर से भड़ाना लड़ेंगे विधानसभा का उपचुनाव
भवाली के पास कैंची धाम आश्रम की स्थापना हनुमान भक्त बाबा नीब करौरी ने की थी, उनके अनुयाई दुनिया भर में हैं। एप्पल और फेसबुक के संस्थापक भी बाबा को मानने वाले हैं। लाखों श्रद्धालु, बाबा के प्रति आस्था और विश्वास के साथ आश्रम में आते हैं और उनकी मूर्ति और ध्यान स्थल पर शीश झुका कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: जंगल की आग बुझाने वायुसेना ने संभाली कमान, भीमताल झील से हेलीकॉप्टर से पानी लेने पहुंचे
15 जून के दिन मालपुए का भंडारा किए जाने की परंपरा बाबा के समय से चली आ रही है। इस बार लाखों श्रद्धालुओं के आगमन के अनुमान को देखते हुए भवाली से कैंची धाम तक यातायात प्रतिबंधित करते हुए यहां तक श्रद्धालुओं को लाने ले जाने के लिए शटल सेवा शुरू की है। हाईवे के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है। प्रशासन ने स्थान स्थान पर नोडल अधिकारी तैनात कर दिए है।
15 जून को भंडारे का प्रसाद प्रात छह बजे से रात्रि नौ बजे तक वितरित किए जाने का प्रबंध किया गया है। 15 से 17 जून तक श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने की उम्मीद इसलिए भी की जा रही है कि तीन दिन अवकाश है। एसएसपी प्रह्लाद मीना के बताया है कि तीन दिनों तक रूट डायवर्ट रहेगा, श्रद्धालुओ को आश्रम तक शटल सेवा उपलब्ध रहेगी।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: बिन्सर वन्यजीव विहार में वनाग्नि से 4 वनकर्मियों की मृत्यु, चार झुलसे वनकर्मी दिल्ली रेफर
डीएम वंदना सिंह ने बताया कि कैंची धाम के आसपास सांस्कृतिक मर्यादाएं कायम रहें, यहां गंदगी न हो, लोग प्लास्टिक कचरा न फेंके और नदी को गंदा न करें इस की व्यवस्था की गई है।
टिप्पणियाँ