पाकिस्तान में हिन्दुओं की हालत किसी से छुपी नहीं है। हिन्दू आए दिन वहां प्रताड़ना का शिकार होता है। हिन्दुओं की प्रताड़ना की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं। हालांकि, इस बार पाकिस्तान से हिन्दू समुदाय के लिए अच्छी खबर सामने आई है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के शिकारपुर की रहने वाली सना रामचंद गुलवानी देश की पहली हिन्दू महिला बन गई हैं, सहायक आयुक्त और प्रशासक बनी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिकारपुर की रहने वाली 27 वर्षीय सना ने अपने माता-पिता की इच्छा पर पहले डॉक्टर बनने के लिए पहले MBBS किया था। उन्होंने वर्ष 2016 में शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री ली। हालांकि, उनकी रुचि प्रशासनिक सेवा में होने के कारण उन्होंने सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (CSS) की तैयारी शुरू कर दी। सीएसएस परीक्षा में सना पहले ही प्रयास में परीक्षा को पास कर लिया। वह पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (PAS) में शामिल होने वाली पहली हिन्दू महिला बन गई हैं।
इसे भी पढ़ें: अमेरिका : मुस्लिम काउंसिल वाले शहर में मुस्लिम अभिभावकों ने संगीत की कक्षाओं को कराया बंद
सना गुलवानी ने पिछले सप्ताह ही अटक जिले के हसनअब्दाल शहर के सहायक आयुक्त और प्रशासक के तौर पर जिम्मेदारी संभाली।
75 लाख हिन्दू रहते हैं पाकिस्तान में
पीटीआई की रिपोर्ट कहती है कि पाकिस्तान में 75 लाख हिन्दू अल्पसंख्यक रहते हैं। लेकिन, अत्याचारों के कारण इनकी संख्या लगातार घटती जा रही है। हिन्दुओं की अधिकतम आबादी सिंध प्रान्त में निवास करती है। बीबीसी उर्दू के मुताबिक, सीएसएस परीक्षा में सफलता का दर मात्र 2 फीसदी है, लेकिन सना ने उसे पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया। इस परीक्षा को पास करने के लिए सना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स और व्हाट्सएप तक को डिलीट कर दिया था, ताकि सामाजिक जीवन से अलग रहकर अपने लक्ष्यों पर फोकस कर सकें।
सना गुलवानी कहती हैं कि वो चार बहने हैं, लेकिन उन्हें कभी भी ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि वो किसी भी पुरुष से कम हैं।
टिप्पणियाँ