देहरादून । उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इस महत्वपूर्ण चुनाव को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि यह चुनाव उत्तराखंड के लिए विशेष महत्व रखता है और यह चुनाव ऐतिहासिक होते हुए विकसित भारत और श्रेष्ठ उत्तराखंड की दिशा में आगे बढ़ने का जनादेश है। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और देवभूमि के सभी मतदाताओं का अपार समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
पार्टी का अमूल्य समर्थन
पत्रकारों से बातचीत करते हुए महेंद्र भट्ट ने पार्टी के संगठन, मातृ शक्ति, युवाओं, बुजुर्गों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों, किसानों, श्रमिकों, सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारियों समेत समाज के सभी वर्गों को उनके अमूल्य समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस जनादेश से स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा देश की जनता का दिल जीतने में सफल रहे हैं। 1962 के बाद यह पहली बार है कि कोई गठबंधन लगातार तीसरी बार जनता का विश्वास जीतने में सफल रहा है।
उत्तराखंड की पांचों सीटों पर जीत
महेंद्र भट्ट ने इस चुनाव को देवभूमि की महान जनता द्वारा राज्य की पांचों सीटों पर कमल खिलाने की हैट्रिक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह जनादेश जातिवादी, तुष्टिकरण वाली और हवा-हवाई घोषणाओं की आड़ में सत्ता हथियाने वालों की साजिश को असफल करने के लिए है। साथ ही, यह भ्रष्टाचार, परिवारवाद और राष्ट्रविरोधी ताकतों को परास्त करने के लिए भी है।
डबल इंजन सरकार का आशीर्वाद
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह जनादेश पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम धामी के नेतृत्व में राज्य की डबल इंजन सरकार के कामों पर जनता का आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि राज्य के तीव्र गति से विकास मार्ग पर आगे बढ़ने और देवभूमि का स्वरूप बनाए रखने वाले साहसिक निर्णयों के पक्ष में यह जनादेश है।
विधानसभा चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन
भट्ट ने बताया कि 2022 के विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा कुल 60 विधानसभा सीटों पर आगे रही है, जो पिछली 47 सीटों से 13 अधिक है। दो लोकसभा क्षेत्रों पौड़ी और अल्मोड़ा में भाजपा सभी 14 विधानसभा सीटों पर आगे रही है, जबकि नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में केवल एक विधानसभा में पीछे रही। टिहरी लोकसभा सीट पर 11 विधानसभा सीटों में भाजपा ने जीत दर्ज की है। हरिद्वार में भी 2022 के प्रदर्शन को बेहतर करते हुए भाजपा ने 14 में से 8 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई है।
जीत का अंतर और वोट प्रतिशत
महेंद्र भट्ट ने कहा कि कम मतदान के बावजूद, राज्य की पांच लोकसभा सीटों पर इस बार भाजपा को मिली जीत का अंतर 2019 के मुकाबले लगभग बराबर है। इस बार विपक्ष से कुल 11,68,697 मत अधिक मिले हैं, जबकि पिछली बार यह अंतर 12,69,770 था। दो लोकसभा सीटों पर पिछली बार के लगभग बराबर ही वोटों के अंतर से जीत हासिल हुई है। टिहरी में लगभग 3,00,586 के मुकाबले इस बार 2,72,493 वोटों के अंतर से जीत हासिल हुई है और नैनीताल में पिछली बार के 3,39,996 के मुकाबले इस बार 3,34,548 मतों के अंतर से जीत मिली है। अल्मोड़ा सीट पर अजय टम्टा ने पिछले चुनाव में हासिल 2,32,936 मतों के मुकाबले इस बार 2,44,097 मतों के अंतर से विजय प्राप्त की है।
विपक्ष को करारा जवाब
प्रदेश अध्यक्ष ने विपक्ष के सवालों का करारा जवाब देते हुए कहा कि चुनाव पूर्व लोकसभा में एनडीए गठबंधन की 350 सीटें थीं, जिसे देखते हुए लक्ष्य 400 सीटों का रखा गया था। हालांकि 400 पार नहीं हो पाया, लेकिन लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार का आना ऐतिहासिक उपलब्धि है। भाजपा को अकेले एनडीए गठबंधन के कुल 234 के मुकाबले 240 सीटें मिली हैं। 1962 के बाद पहली बार किसी राजनीतिक दल और उसके चुनाव पूर्व गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला है।
भविष्य की रणनीति
महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा “पार्टी विद डिफरेंस” है और विपक्ष अपनी हार से भी सबक नहीं लेता है, जबकि हम अपनी जीत की भी समीक्षा करते हैं। इस लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बावजूद, पार्टी विधानसभावार विश्लेषण करेगी ताकि भविष्य में शेष 10 हारी हुई सीटों पर भी कमल खिलाया जा सके।
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