उत्तराखंड के चमोली जिले में आज से विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी खुल गई है। 48 पर्यटकों के पहले दल को घांघरिया से फूलों की घाटी के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस घाटी के रोचक बात ये है कि ये घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदल लेती है। फूलों की कुछ प्रजाति ऐसी है जो आपको सिर्फ यही देखने को मिलती है। फूलों की घाटी दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियों से समृद्ध है और जैव विविधता का अनुपम खजाना है।
फूलों की घाटी के लिए गोविंद घाट से पैदल यात्रा शुरू होती है। करीब 18 किलोमीटर के ट्रैक के बाद घाटी के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं। बारिश के बाद ये घाटी और भी सजीव दिखाई देती है। यहां 500 से अधिक प्रजाति के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं। हर साल बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक यहां आते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए फूलों की घाटी से टिपरा ग्लेशियर, रताबन चोटी, गौरी और नीलगिरी पर्वत के बिहंगम नजारे भी देखने को मिलते है। वन विभाग के अनुसार 31 अक्टूबर तक फूलों की घाटी यात्रियों के लिए खुली रहेगी। पिछले साल यहां करीब 15 हजार ट्रैकर्स आए, जिनमें से कुछ शोधार्थी भी थे।
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