उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मी के मौसम में आग लगने की दुर्घटनाओं के दृष्टिगत विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिये हैं। अग्निशमन विभाग को दिए निर्देश में उन्होंने कहा है कि सभी जनपदों में अग्निशमन केन्द्र 24×7 सक्रिय रहें, जिससे आग लगने की किसी भी दुर्घटना से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आग लगने की यदि कोई दुर्घटना हो तो प्रभावित लोगों को तत्काल राशन एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायी जाएं। जनहानि, पशु हानि अथवा फसल को हुए नुकसान की स्थिति में प्रभावित लोगों को तत्काल अनुमन्य मुआवजा राशि प्रदान की जाए।
हीट वेव की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं-
● गांव हो या शहर, न हो अनावश्यक बिजली कटौती, खराब ट्रांसफार्मर, ट्रिपिंग, फाल्ट आदि समस्याओं का तत्काल निराकरण कराएं।
● हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए : मुख्यमंत्री*
● विगत कुछ दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी-लू का प्रकोप देखा जा रहा है। तापमान बढ़ रहा है।ऐसी स्थिति में आम जनजीवन और पशुधन, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं।
● राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए।
● तेज गर्मी/लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। जरूरत हो तो अतरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए। अधिकारी फोन अटेंड करें, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए, यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें।
● सभी नगर निकायों/ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में/मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए।
● पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। पेयजल का अभाव कहीं भी न हो।
● स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। बड़ा मंगल के दृष्टिगत लखनऊ में साफ-सफाई, ट्रैफिक व अन्य व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से होना सुनिश्चित कराएं।
● भीषण गर्मी के बीच पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणि उद्यानों/अभयारण्यों में हीट-वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए।
● पशुपालक कृषकों को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गोशालाओं में पशुधन की हरे चारे-चोकर और पानी की उचित व्यवस्था हो। बरसात पूर्व पशुओं के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी रखें।
● हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किया जाए। बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराएं। अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों में हीट-वेव से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए।
● शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए, सभी हैंडपम्प को क्रियाशील रखा जाए, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए।
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