केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन और तीर्थाटन मंत्रालय ने एक नई पहल की है। अब वृद्ध, बीमार और दिव्यांग श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर स्थल से बाबा केदारनाथ के दरवाजे तक का सफर पैदल नहीं करना पड़ेगा। उन्हें यह यात्रा अब महिंद्रा थार में बैठकर पूरी करने का अवसर मिलेगा।
आज भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर ने एक महिंद्रा थार को केदारनाथ पहुंचा दिया है, जबकि दूसरी थार को कल पहुंचाने की योजना है। इसके अतिरिक्त, तीन बैटरी चालित गोल्फ वैन भी वहां पहुंचाई जा रही हैं। कुल मिलाकर, तीर्थयात्रियों की मदद के लिए पांच वाहनों की व्यवस्था की गई है। आज पहुंची थार का स्वागत केदारनाथ धाम के पुजारियों ने विधिवत पूजा-अर्चना करके किया।
यह कोई पहली बार नहीं है जब केदारनाथ में वाहनों का उपयोग किया गया हो। आपदा के समय भी डंपर, जेसीबी और पोकलैंड मशीनें यहां पहुंचाई गई थीं, जिनका उपयोग आज भी पुनर्निर्माण कार्यों में किया जा रहा है। इस बार रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने नई पहल करते हुए बीमार, वृद्ध और विकलांग यात्रियों की सहायता के लिए महिंद्रा थार एसयूवी कार भेजी है।
वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर ने आज एक थार को गौचर हवाई पट्टी से केदारनाथ धाम पहुंचाया। मिली जानकारी के अनुसार, महिंद्रा थार वाहन केदारनाथ धाम में स्थित बेस कैंप, एमआई 26 हेलीपैड, वीआईपी हेलीपैड और आस्था पथ आदि पर आवाजाही करेंगे। ये वाहन बीमार, वृद्ध, विकलांग और दिव्यांग यात्रियों की सहायता करेंगे, जिससे वे आसानी से हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर तक पहुंच सकें।
महिंद्रा थार एसयूवी कार को हेलीपैड से मंदिर के निकट पहुंचाया गया, जहां बदरी-केदार मंदिर समिति के पुजारियों और वेदपाठियों ने इसकी विधिवत पूजा-अर्चना की। ये वाहन पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत किए गए हैं और फिलहाल केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अधीन हैं।
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने जानकारी देते हुए बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा को बढ़ाने के लिए महिंद्रा थार वाहन, जो 4×4 है, को केदारनाथ पहुंचाया गया है। एक वाहन कल पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि ये वाहन बीमार, वृद्ध, विकलांग तीर्थयात्रियों की सहायता करेंगे और उन्हें हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर तक लाने और छोड़ने का कार्य करेंगे।
इस नई सुविधा से केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिलेगी और उनके धार्मिक यात्रा का अनुभव और भी सुखद होगा।
टिप्पणियाँ