देहरादून। 10 मई को श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद से बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। बीते 8 दिनों में 2,15,930 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं। इनमें से 10 हजार 70 श्रद्धालुओं ने हेली सेवा के माध्यम से तथा 47 हजार 806 श्रद्धालुओं ने घोड़े-खच्चरों के माध्यम से दर्शन किए। इसके अलावा 1 हजार 428 श्रद्धालुओं ने डंडी एवं 1 हजार 851 श्रद्धालुओं ने कंडी के माध्यम से बाबा श्री केदार के दर्शन किए। 1 लाख 54 हजार 775 श्रद्धालु पैदल ट्रैक रूट से केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं।
श्री केदारनाथ धाम में सुगम, सुरक्षित एवं निर्बाध यात्रा के लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने के निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं, जो किसी भी यात्री के बीमार या घायल होने की स्थिति में मदद करते हैं।
उत्तरकाशी , जिले में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने का क्रम निरंतर जारी है और यात्रा सुचारू और सुव्यस्थित रूप से संचालित हो रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के 9 दिनो के भीतर ही इन दोनों धामों में पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा दो लाख के पार हो जाने की संभावना है। दिनों-दिन यात्रियों की संख्या बढ़ने के बावजूद यात्रा व्यवस्था को विनियमित किए जाने के फलस्वरूप धामों में एकसाथ भीड़ उमड़ने की स्थिति पैदा नहीं हो रही है और यात्री सुव्यवस्थित रूप से दर्शन कर रहे हैं। यात्रा रूटों पर वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन गेट व वन-वे व्यवस्था लागू किए जाने से ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रण में बनी हुई है। जिसे देखते हुए होल्डिंग एरिया एवं होल्डिंग टाईम को कम किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है। प्रशासन के द्वारा होल्डिंग एरिया में रोके गए यात्रियों के लिए पानी, भोजन एवं चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ ही इन स्थानों पर यात्री सुविधाओं को बढाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इसमें अनेक विभागों को जुटाया गया है।
गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने के कारण यात्रा सुविधाओं एवं सड़कों पर अत्यधिक दबाव है। इस चुनौती से निपटने तथा यात्रा को सुगम, सुरक्षित व सुव्यस्थित बनाए रखने के लिए शासन-प्रशासन में विभिन्न स्तरों पर स्थिति की निरंतर निगरानी और समीक्षा करने के साथ ही त्वरित समाधान हेतु निरंतर फैसले लेकर उन्हें धरातल पर क्रियान्वित करवाया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गत दिवस यमुनोत्री यात्रा व्यवस्था का जायजा लेकर यात्रियों से मुलाकात की और इंतजाम को लेकर निर्देश दिए। यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा मार्ग व यात्रा पड़ावों पर लगातार रात-दिन दौरा कर यात्रियों से मुलाकात करने के साथ ही यात्रा प्रबंधन में जुटे प्रशासन एवं पुलिस के अमले का मार्गदर्शन कर रहे हैं। नतीजतन धामों पर एकाएक भीड़ उमड़ आने और ट्रैफिक संचालन की समस्याओं को तुरंत ही नियंत्रण में कर लिया गया है।
ट्रैफिक के लिए प्रशासन एवं पुलिस के द्वरा यात्री वाहनों को रोके जाने के लिए निर्धारित होल्डिंग प्वाइंट्स की स्थिति एवं आवश्यकता की समीक्षा की जा रही है। अधिक सुविधाजनक जगहों पर ही होल्डिंग प्वाइंट्स रखे जाने और इनमें ठहराव के समय को भी कम से कम किए जाने की रणनीति तैयार कर अमल में लाई जा रही है। जिसके परिणामस्वरूप अब यात्रा में कम समय लग रहा है। प्रशासन के द्वारा होल्डिंग एरिया में जलापूर्ति, बिजली, शौचालय की सुविधाएं बढ़ाई गई हैं और मोबाइल चिकित्सा टीमों को भी इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर होल्डिंग में रोके जाने वाले यात्रियों के लिए पेयजल, चाय, दूध, भोजन की व्यवस्था भी है। विभिन्न विभागों के साथ ही ग्राम्य विकास विकास विभाग की आजीविका परियोजना एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाएं भी सहयोग कर रही हैं। लोक निर्माण व वन विभाग भी अपने स्तर यात्रियों की सहायता हेतु आगे आए हैं। प्रशासन के द्वारा रामलीला मैदान में शुरू कए गए लंगर में खुद मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने यात्रियों को भोजन परोसा। यात्रा मार्गों व धामों पर भीड़ के कारण उत्पन्न वस्तुस्थिति से वाकिफ तीर्थयात्री प्रशासन के इंतजामों से संतुष्ट होकर वाहनों के नियंत्रित संचालन की व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं।
वाहनों के नियंत्रित आवागमन की व्यवस्था के साथ ही प्रशासन ने यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर डंडी-कंडी एवं घोड़े-खच्चरों के रोटेशन एवं विनियमन को भी सख्ती से लागू करने पर जोर दिया है। यमुनोत्री धाम में गत दिन सर्वाधिक 15800 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। धाम में एक दिन में आने वाले श्रद्धालुओं का यह नया रिकॉर्ड है। गंगोत्री धाम में भी गत दिन 14010 श्रद्धालु पहुंचे। कपाट खुलने के बाद इन दोनों धामों में पिछले दिन तक 186275 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं और आज यह आंकड़ा दो लाख के पार हो जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही इन दोनों धामों में कपाट खुलने के बाद गत दिन सर्वाधिक 2740 वाहन पहुंचे। बावजूद इसके बेहतर प्रबंधन के चलते यात्रा मार्गों पर स्थिति सामान्य रही और दोनों धामों में एक साथ भीड़ इकट्ठा होने की स्थिति नहीं बनी।
प्रशासन के द्वारा होल्डिंग प्वाइंट में रोके गए वाहनों व यात्रियों की संख्या की हर दो घंटे में समीक्षा कर वाहनों का आवागमन सुनिश्चित कराया जा रहा है और क्षमता के अनुसार ही वाहनों को भेजने के लिए पड़ोसी जिले से निरंतर संवाद व समन्वयन बनाया गया है। आज दोपहर 12 बजे जिले में यमुनोत्री मार्ग पर डामटा में 25, दोबाटा में 12, खरादी में 100, पालीगाड में 200 वाहन होल्ड पर रखे गए थे। जबकि खरसाली और जानकीचट्टी में 400 वाहन खड़े थे। इस रूट पर दोपहर में डामटा से 53 और पालीगाड से 100 वाहन छोड़े गए। इसी तरह गंगोत्री मार्ग पर दोपहर में रामलीला ग्राउंड उत्तरकाशी में 35, सोनगाड व सुक्खीटॉप में 60, झाला में 80 हर्षिल में 12 और लंका में 6 वाहन होल्ड पर रखे गए थे। जबकि उत्तरकाशी से 245 और हर्षिल से 100 वाहनों को छोड़ा गया। दोपहर में गंगोत्री में लगभग 500 वाहन खड़े थे और 50 वाहनों को यहां से प्रस्थान करवाया गया। होल्डिंग एरिया में रोके गए वाहनों में लगभग 17 हजार यात्री सवार हैं। गेट सिस्टम के तहत अगले गंतव्य में स्थान उपलब्ध होने पर इन्हें सिलसिलेवार ढंग से आगे के लिए प्रस्थान करवाया जाना है।
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