देहरादून: चमोली जिले के डिप्टी जेलर को आखिरकार पुलिस ने अस्पताल से बाहर निकलते ही गिरफ्तार कर लिया। डिप्टी जेलर नईम अब्बास पर हिंदू युवती के साथ यौन शोषण करने के आरोप में चमोली थाने में मामला दर्ज हुआ था।
इस आरोप के चर्चाओं के बीच नईम अब्बास अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुआ था और उसने युवती पर जहर देने का आरोप लगाया था। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही चमोली पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
चमोली जिले के जेलर नईम अब्बास के खिलाफ एक महिला के साथ यौन शौषण का आरोप लगा था। जबकि जेलर का कहना है कि कई महिलाओं द्वारा उसे ब्लैक मेल किया गया है और उसे मारने के लिए जहर देने का प्रयास किया गया है।
उत्तराखंड पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और इस मामले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा सीएम की प्रेषित ज्ञापन पत्र में लिखा गया है कि सीमांत जिला चमोली में जिला जेल में नियुक्त डिप्टी जेलर नईम अब्बास द्वारा पिछले 6 वर्षों से बिजनौर निवासी एक हिंदू युवती का शारीरिक शोषण एवम दुष्कर्म का किया जाने का आरोप लगाए थे।
उक्त युवती द्वारा कोतवाली चमोली में दिनांक 15.5.24 को एक शिकायती पत्र लिखकर प्राथमिकी दर्ज कराई। विहिप ने पत्र में लिखा था कि चिंता का विषय है कि उक्त व्यक्ति नईम अब्बास द्वारा अपने सहकर्मियों के साथ भी धार्मिक आधार पर गाली गलौज एवम सनातन के प्रती अपशब्दों की शिकयत अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा 7.5.24 को जिलाअधिकारी चमोली से की गई थी। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। नईम अब्बास के लगातार धार्मिक भेदभाव पूर्ण व्यवहार से समस्त हिन्दू समाज आक्रोशित है।
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल चमोली विभाग अतिशीघ्र उक्त धर्मांध व्यक्ति के विरुद्ध सरकारी सेवा नियमावली के उल्लंघन एवम बहुसंख्यक हिंदू समाज की भावना को ठेस पहुंचाने के आरोप में शीघ्र निलंबित किया जाय एवम बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोप में शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल चमोली विभाग अतिशीघ्र दोषी के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करता है, तथा पीड़िता को न्याय दिलाने का अनुरोध करता है।
इस मामले को लेकर वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने चमोली थाने में हंगामा भी किया। उधर इस मामले में उत्तराखंड पुलिस के एसपी चमोली, सर्वेश पंवार ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है, शेष कानूनी प्रक्रिया जारी है। उधर ये मामला शासन तक पहुंच गया है संभवत रिपोर्ट आने के बाद डिप्टी जेलर को निलंबित किए जाने की कार्रवाई की जाएगी।
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