‘मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। उन्होंने ने ही मुझे यहां बुलाया है। मेरी मां के निधन के बाद मां गंगा ही मेरी मां हैं। शायद भगवान ने मुझे किसी कार्य के लिए भेजा है।’ ये कहना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। प्रधानमंत्री कहते हैं कि 10 वर्ष पहले यहां का प्रतिनिधि बनने के लिए आया था। इन 10 सालों में लोगों ने और काशीवासियों ने मुझे बनारसिया बना दिया है।
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लोकसभा के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं और वह समाचार चैनल आज तक से बात कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी जिम्मेदारियों का बोझ दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जनता को ईश्वर बताते हुए पीएम कहते हैं कि वो हर काम को परमात्मा की पूजा मानकर करते हैं। उन्होंने कहा कि जितना भी जीवन परमात्मा ने मुझे दिया है, उसका पल-पल और शरीर का कण-कण मां भारती को समर्पित है।
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मां ने सिखाई थीं दो चीजें
रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी मां को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे दो चीजें सिखाई थीं रिश्वत लेना नहीं और गरीब को भूलना नहीं। पीएम मोदी ने बताया कि ये बात जब अपनी मांग के 100वें जन्मदिन पर उनसे मिलने गए थे, तब उन्होंने कही थी। साथ ही वो हमेशा पूछतीं थीं काशी विश्वनाथ जाते हो या नहीं?
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि विपक्ष जिस राम मंदिर को लेकर हो हल्ला करता है वो हमारे लिए कभी भी चुनाव का मुद्दा न था और न ही रहेगा। राम मंदिर हमारी श्रद्धा का मुद्दा है।
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