राजस्थान के अजमेर में पिछले माह एक मौलाना माहिर के मस्जिद के अंदर ही बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उस हत्याकांड को लेकर पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। पचा चला है कि मौलाना की हत्या उसके साथ मस्जिद में रहकर इस्लामी तालीम लेने वाले नाबालिग बच्चों ने ही की थी। उस पर आरोप ये है कि वह बीते चार साल से उन बच्चों का रेप कर रहा था। इसीलिए सभी ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
कैसे बच्चों दिया वारदात को अंजाम
अजमेर के कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मदीना मस्जिद की ये घटना है। पुलिस जांच से पता चला है कि मृतक मौलाना उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला था। वह करीब 7 साल पहले अजमेर आया था। वो यहीं मस्जिद में रहकर बच्चों को दीनी तालीम देता था। उसके मस्जिद में 15 बच्चे पहले से रह रहे थे। ईद के कारण 10 बच्चे अपने घर चले गए थे और शेष 5 बच्चे ही वहां बचे हुए थे। मौलाना भी रामपुर गया हुआ था। वह 25 अप्रैल को रामपुर से वापस आया और अपने साथ वह एक अनाथ बच्चे को लाया।
गांव से मौलाना के साथ आए बच्चे ने बताया कि 25 अप्रैल को ही रात में मौलाना ने उसे अपने पास बुलाया और पैसों का लालच देकर उसके साथ रेप किया। बच्चे ने अगले दिन बाकी बच्चों को अपने साथ हुई घटना के विषय में बताया। इस पर सभी बच्चों के अंदर भरा दुख और दर्द उबल पड़ा। शेष पांचों बच्चों ने बताया कि उनके साथ भी वह पिछले पांच वर्षों से लगातार रेप करता आ रहा है।
बनाया मास्टर प्लान
सभी पीड़ित नाबालिगों ने दरिंदे मौलाना को ठिकाने लगाने की सोची। इसके लिए सभी ने मिलकर एक मास्टर प्लान तैयार किया। 26 अप्रैल की ही रात में मौलाना जैसे ही बच्चों को मस्जिद में अकेला छोड़कर बाहर खाने के लिए चला गया तो बच्चे पास के मेडिकल स्टोर पर गए। वहां से वे नींद की गोलियां लेकर आए। अब बारी थी इस प्लान को जमीन पर उतारने की, तो इसके लिए सभी ने मौलाना को रायता देने का फैसला किया। बच्चों ने सबसे पहले नींद की कई सारी गोलियों को पीसा और फिर मौलाना के रायते में अच्छे से मिला दिया। रात के करीब 10 बजे मौलाना बाहर से खाना खाकर मस्जिद में आता है और रायता पीकर सोने चल देता है। क्योंकि रायते में पहले से नींद की गोली मिली हुई थी, अत: मौलाना गहरी नींद में सो जाता है। इस बात की पुष्टि अजमेर जिले के एसपी ने बच्चों से पूछताछ के आधार पर की है।
एसपी ने बताया कि मौलाना के सोने के बाद नाबालिग आरोपी मस्जिद के पीछे रखे कबाड़ के पास जाते हैं और वहां से एक डंडा निकालते हैं। एक रस्सी की भी व्यवस्था करते हैं। सभी ने उस रात नहीं सोने का फैसला किया और रात के 2 बजे सभी नाबालिग डंडा और रस्सी लेकर मौलाना के कमरे में पहुंचे। वहां उन्होंने मौलाना के सिर पर तेजी डंडे का वार किया। दर्द से बिलबिलाते हुए मौलाना ने खड़े होने की कोशिश की, लेकिन तब तक बाकी के बच्चों ने उसे वहीं पर पटककर रस्सी का फंदा उसके गले में कस दिया।
बच्चों ने बताया कि मौलाना के मरने के बाद वे सभी कमरे से बाहर आ गए। बच्चों ने प्लान तो बहुत ही तगड़ा बनाया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने वे टिक नहीं पाए। फिलहाल, इस हत्या के मामले में 6 नाबालिगों को हिरासत में रखा गया था.
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