कर्णावती: गुजरात के द्वारका के नजदीक के समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से भारत में हशीश लाने के केस में गुजरात एटीएस, एनसीबी और इंडियन कोस्ट गार्ड ने संयुक्त ऑपरेशन में भारत के पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं।
एटीएस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि हशीश लाने के इस रैकेट में महाराष्ट्र के बीड़ के रहने वाले कैलाश सनप और अहमदनगर के मंगेश उर्फ साहू आरोटे की भूमिका महत्वपूर्ण है। ड्रग्स की हेराफेरी के इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत कच्छ के मांडवी के अली असगर होलेपात्रा से होती है। मछुआरे के तौर पर काम करने वाला अली असगर दुबई जाता रहता था। दुबई में सोमालिया कैंटीन में ड्रग्स के काले धंधे के साथ जुड़े लोग आते-जाते हैं, जिनके संपर्क में अली आया था।। मंगेश के जरिए इसी कैंटीन में अली असगर पाकिस्तान से हशीश लाने का काला धंधा करनेवाले फिदा अली से मिला था। फिदा अली ने हशीश का नेटवर्क बिछाने की बात कही थी। दुबई से वापस आने के बाद अली असगर ने इस बारे में महाराष्ट्र के अपने मित्र मंगेश आरोटे को बताया। इसके बाद अली असगर के साथ कैलाश खुद दुबई गया था और फिदा अली से मुलाकात कर ड्रग्स का सौदा किया था। हशीश के जत्थे को भारत लाने के लिए फिशिंग के बहाने सलाया की बोट को किराए पर लिया गया था। मंगेश आरोटे, हरिदास कुला को भी बोट में साथ लेकर गया था। हरिदास पर अपहरण और हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। तमाम आरोपियों को रिमांड पर लेने की कार्यवाही शुरू की गई है। भारतीय बोट से पाकिस्तान जाकर ड्रग्स लाने का यह पहला मामला बताया जा रहा है।
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