इजरायल हमास युद्ध के करीब आधा साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक इजरायली सेना हमास आतंकियों खत्म नहीं कर पाई है। इस बीच सोमवार को इजरायल के शीर्ष सैन्य खुफिया अधिकारी मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने 7 अक्टूबर के हमले की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हलीवा 7 अक्टूबर 2023 को हमास के बर्बर आतंकी हमले में अपनी इंटेलीजेंस की फेल्योर को जिम्मेदार मानते हैं।
इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि हलीवा अपनी जगह किसी और की नियुक्ति होने के बाद सेना से इस्तीफा देंगे। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 अक्टूबर के हमले के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हुए इस्तीफा देने वाले पहले बड़े अधिकारी हैं। हलीवा के साथ ही अन्य शीर्ष रक्षा अधिकारियों ने भी कहा है कि वे 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं। ऐसे अधिकारियों में शिन बेट सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख और आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ भी शामिल हैं।
हालांकि, इन लोगों ने अभी तक इस्तीफा देने की पेशकश नहीं की है। वहीं इस मामले को लेकर हलीवा का कहना है कि मेरे आदेश के तहत सैन्य खुफिया निदेशालय हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमले की चेतावनी देने में विफल रहा। इस विफलता जिम्मेदारी मैं लेता हूं। ”
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को शनिवार की रात को जब पूरा इजरायल राष्ट्रीय छुट्टी मना रहा था। तभी सुबह के तीन बजे के करीब हमास के करीब 3000 आतंकियों ने गाजा पट्टी के रास्ते पैराशूट के जरिए इजरायल में घुसे और फिर भीषण कत्लेआम मचाया। आतंकियों ने कई इजरायली महिलाओं का रेप करने के बाद उन्हें जिंदा जला दिया था। बच्चियों का भी रेप किया गया। पुरुषों को जिंदा जला दिया गया। हमास के इस्लामी आतंकियों के इस नरसंहार में करीब 1200 यहूदियों की मौत हो गई थी।
इसके साथ ही आतंकी 253 लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ लेकर गाजा चले गए थे।
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