13 अप्रैल, शनिवार को नंगल में अज्ञात हमलावरों के हमले में शहीद हुए विश्व हिंदू परिषद के नेता विकास प्रभाकर की हत्या को लेकर सोमवार को पूरे पंजाब में विरोध प्रदर्शन हुए और जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। 48 घंटे बाद भी इस घटना को लेकर पंजाब पुलिस के हाथ खाली हैं और पुलिस ने हमलावरों की जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। दूसरी ओर इस हत्याकाण्ड के विरोध में आज पंजाब भर में प्रदर्शन हुए। जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर, बटाला, फगवाड़ा, मुक्तसर, फगवाड़ा, पठानकोट, फिरोजपुर, संगरूर सहित अनेक नगरों में विश्व हिन्दू परिषद् के नेतृत्व में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक, राजनीतिक संगठनों व समाज के हर वर्ग के लोगों ने इस हत्याकाण्ड के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से एक सोची समझी साजिश के तहत पंजाब के सामाजिक एवं सांप्रदायिक माहौल को दूषित करने के लिए हिंदू नेताओं की हत्या की जा रही है।
ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि वह हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करे और समाज विरोधी शक्तियों का पर्दाफाश कर उनके खिलाफ कानून अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई करे। इन वक्ताओं ने कहा कि समाज व देश विरोधी शक्तियों के षड्यंत्रों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर शहीद विकास प्रभाकर के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की। हत्या के विरोध में पठानकोट में दुकानें भीबंद रखी गईं और कई जगहों पर नारे लगाए गए।
ज्ञात रहे कि पंजाब के नंगल के रेलवे रोड पर विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष विकास प्रभाकर की एक्टिवा पर आए दो युवकों ने तेजधार हथियारों से हत्या कर दी। पुलिस को सीसीटीवी कैमरों में दो संदिग्ध युवक नजर आए हैं। दोनों एक्टिवा पर थे और दोनों ने हेलमेट पहन रखा था। शनिवार शाम को विकास अपनी दुकान पर बैठे थे। इस दौरान अज्ञात युवकों ने उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। पास की दुकान का एक कर्मचारी विकास की दुकान से सामान लेने गया तो उसने विकास को जख्मी हालात में देखा और अपने मालिक को बताया। इसके बाद दुकानदार मनीष ने अन्य दुकानदारों के साथ मिलकर विकास को गंभीर हालात में सिविल अस्पताल पंहुचाया। जहां ड्यूटी डॉक्टर प्रत्यक्ष ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही डीएसपी अजय सिंह, थाना प्रभारी इंसपेक्टर रजनीश चौधरी भी मौके पर पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज खंगाली। सीसीटीवी फुटेज में दो एक्टिवा सवारों पर संदेह जताया जा रहा है। पत्रकारों से बात करते हुए रूपनगर के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने कहा कि पहले शंका जताई जा रही थी कि विकास बग्गा की हत्या किसी तेजधार हथियार से की हो लेकिन फोरेंसिक टीम की जांच में पाया गया कि हत्या गोली लगने से हुई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कारवाई की जाएगी और उन सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगी जिसका भी इस हत्या में हाथ होगा।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की साफ तस्वीरें उन्हें मिली है और जनता से भी सोशल मीडिया पर उन तस्वीरों को वायरल कर आरोपियों की जानकारी देने के लिए सहयोग मांगा गया है और जो भी आरोपियों के बारे में जानकारी देगा उसका नाम गुप्त रखा जाएगा और एक लाख का इनाम भी दिया जाएगा।
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