धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक भोजशाला का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) का सर्वे चौथे दिन सोमवार को होली के दिन भी जारी रहा। यहां एएसआई की टीम ने सुबह से शाम तक करीब आठ घंटे तक जांच की। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह सर्वे किया जा रहा है।
सोमवार को एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की टीम में शामिल दिल्ली और भोपाल के अधिकारियों ने सोमवार सुबह करीब आठ बजे भोजशाला में प्रवेश किया और शाम करीब चार बजे टीम बाहर आई। लगभग आठ घंटे टीम के द्वारा भोजशाला के अंदर बाहर सर्वे किया गया। भोजशाला के बाहर भी उत्खनन किया गया।
एएसआई की टीम द्वारा भोजशाला को अंदर-बाहर नापा गया, अर्थात् लंबाई-चौड़ाई का मैजरमेंट मिलाया गया। भोजशाला के अंदर-बाहर से मिट्टी के सैंपल लिए गए। खुदाई करके निकाले गए पत्थरों के सैंपल लिए गए, जिससे भोजशाला की उम्र पता की जा सके। भोजशाला के अंदर पत्थरों पर मौजूद कलाकृतियों को रिकार्ड कर उनके सबूत लिए गए। वहीं, भोजशाला के बाहरी हिस्से में अब तक पांच से छह फीट तक के तीन गड्ढे खोदे गए, जिनमें से मिट्टी और पत्थर निकाले गए। वहीं, भोजशाला के बाहर कमाल मौला मस्जिद तक मार्किंग की गई। मंगलवार को भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम पांचवें दिन का सर्वे करेगी। वहीं, मंगलवार को अनुमति अनुसार भोजशाला में हिन्दू पूजा करेंगे। इस दौरान टीम भोजशाला में पिछले हिस्से में सर्वे करेगी।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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