पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ बर्बरता के आरोपी शेख शाहजहां को ईडी पर हमले के मामले में आज (रविवार) कोर्ट ने 4 दिन की सीबीआई का हिरासत में भेज दिया है। उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सीबीआई ने ईडी पर हमले के मामले में शेख शाहजहां की कस्टडी मांगी थी।
कोर्ट ने सीबीआई की मांग को स्वीकार करते हुए संदेशखाली के विलेन को जांच एजेंसी को सौंप दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि सीबीआई के अधिकारियों को शायद पहले से इस बात का अंदाजा था कि उन्हें शेख शाहजहां की कस्टडी मिल जाएगी। इसीलिए जांच एजेंसी इस बार अपने साथ पैरा मिलिट्री फोर्स लेकर पहुंची थी। जबकि, इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीआईडी टीम उसका मेडिकल कराने ले आई थी।
घर की CBI ले चुकी है तलाशी
गौरतलब है कि संदेशखाली में ईडी के अधिकारियों पर हमले के मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद से शेख शाहजहां की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाल ही 8 मार्च 2024 को केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने संदेशखाली स्थित शेख शाहजहां के घर की तलाशी ली थी। जांच अधिकारियों ने हमले के मामले में सबूत इकट्ठा करने के लिए सरबेरिया के अंकुचीपारा इलाके में स्थित उसके घर और उसके आसपास के इलाकों का भी दौरा किया। इस जांच में सहयोग के लिए सीबीआई के साथ फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम और ईडी के अधिकारियों की टीम भी शामिल थी। रेड के दौरान केंद्रीय अधिकारियों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की एक टुकड़ी को तैनात किया गया था।
क्या है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि शेख शाहजहां टीएमसी का जिला स्तर का नेता है। लेकिन वह सीएम ममता बनर्जी का खास आदमी है। इसके साथ ही वह पश्चिम बंगाल के पीडीएस घोटाले के मामले में भी आरोपी है। मामले में 5 जनवरी को जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम संदेशखाली में शेख शाहजहां के घर गई थी तो उसके 200 आदमियों ने ईडी की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था। इसके बाद जांच एजेंसी को खुद अपनी जान बचाकर भागना पड़ा था।
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