पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा संदेशखाली में महिलाओं के साथ बर्बरता का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक बार फिर से एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना सुर्खियों में है। आरोप है कि एक टीएमसी नेता के बेटे और उसके 4 दोस्तों ने एक 18 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया। ये घटना कोलकाता की है, जहां पर मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर प्रदेश पुलिस का हेडक्वॉर्टर तक है।
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों में टीएमसी के पार्षद का बेटा भी है। पुलिसवालों का कहना है कि इस मामले में मंगलवार को पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई थी। बुधवार को पुलिस ने पांचों आरोपियों को कस्टडी में लिया और फिर अगले ही दिन फिर से छोड़ दिया। पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि लड़की ने बाद में अपने साथ हुई वारदात का वीडियो भी शेयर किया, जिसके बाद इस मामले में गैंगरेप की धारा जोड़ी गई। इसके बाद फिर से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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शुक्रवार को इन सभी को अलीपुर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें 18 मार्च तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। गैंगरेप के आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल था, जिसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 323, 354, 509, 328, 114 औऱ गैंगरेप की धारा 376 D के तहत केस दर्ज किया गया है।
वहीं इस घटना के सामने आने के बाद भाजपा और सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया। लेकिन सवाल इस बात का उठ रहा है कि अगर पीड़िता वीडियो नहीं दे पाती तो क्या उसकी बात नहीं सुनी जाती?
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