असम : धुबड़ी जिले के खलीसामारी में बाल विवाह के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। असम-पश्चिम बंगाल सीमावर्ती छोटोगुमा निरीक्षण पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी जहांगीर आलम ने बुधवार रात छापेमार कर अवैध विवाह को रुकवा दिया। पुलिस दूल्हा-दुल्हन सहित सभी बारातियों को हिरासत में लेकर थाना ले आई।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात को सूचना मिली थी कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के तूफानगंज उपमंडल के जोरईमोर निवासी दूल्हा गोलकगंज के छोटोगुमा थाना के खलीसामारी में 17 वर्षीय लड़की से निकाह करने आया है। इसकी सूचना पर गोलोकगंज थाने के छोटोगुमा निरीक्षण पुलिस चौकी प्रभारी जहांगीर आलम विवाह स्थल पर पहुंचे और बाल विवाह रुकवा दिया। दूल्हा सबीरुल शेख, विद्याडाबड़ी के हफीजुर रहमान, धुबड़ी के झागरापार के सबिदुल इस्लाम, अनवर हुसैन, ड्राइवर अनवर हुसैन, खलीसामारी के जियारुल मंडल, दुल्हन के मामा और दुल्हन समेत कई बारातियों को हिरासत में लेकर थाने ले आई।
उधर, विवाह के सिलसिले में एक और घटना सामने आई है। जन्म प्रमाण पत्र में कन्या की जन्म तिथि 13-01-2006 और स्कूल प्रमाण पत्र में जन्म तिथि 13-01-2007 है। यह प्रमाण पत्र हलाकुरा स्वास्थ्य केंद्र से लिया गया था। आशंका जताई जा रही है कि हलाकुरा स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी सील मुहर का इस्तेमाल कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया है। पुलिस ने इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार बाल विवाह की कुप्रथा को पूरी तरह से रोकने के लिए कई तरह के अभियान चला रही है। बाल विवाह रोकने के लिए राज्य में कानून भी बनाए गये हैं, बावजूद राज्य में इसको लेकर अभी भी लोगों में जागरुकता नहीं आई है। मुख्यमंत्री आगामी वर्ष 2025 तक राज्य में बाल विवाह पर पूरी तरह से बंद कर देने का ऐलान कर चुके हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ