असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने आईय़ूएमल के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल द्वारा झाड़-फूंक करने के मामले में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर दोबारा ऐसा किया या करते हुए पाए गए तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सरमा ने कहा कि मैं जो कहूंगा वही होगा। ये बात मैं अपने लिए नहीं, बल्कि विधानसभा के बारे में कह रहा हूं। अगर आप हिमंता बिस्व सरमा के शब्दों को नहीं सुनते हो तो विधानसभा जो कहेगी उससे सुनना ही पड़ेगा। मुख्यमंत्री सरमा ने आईयूएमल प्रमुख को हीलिंग प्रैक्टिस एक्ट की याद दिलाई।
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असम के लखीमपुर जिले में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री सरमा कहते हैं, “बदरुद्दीन अजमल जादुई उपचार करते हैं और उन्होंने अपनी सार्वजनिक बैठकों के दौरान भी अपनी तरकीबें आजमाईं, लेकिन असम विधानसभा ने राज्य में जादुई उपचार पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पारित किया है। जो कोई भी ऐसा करेगा उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा।”
दरअसल, हाल ही में आईयूएमएल के विधायक ने दावा किया था कि उनके पार्टी प्रमुख बदरुद्दीन अजमल मुस्लिम धर्म गुरू हैं और वो इस तरह का जादुई उपचार करते हैं। विधायक का कहना था कि कई सारे लोग अक्सर उनके पास पानी की बोतल में फूंक मरवाने के लिए आते हैं। इसी के जबाव में सरमा ने ये बातें कहीं।
हाल ही में पारित हुआ है नया बिल
गौरतलब है कि अक्सर देखा जाता है कि कुछ मुस्लिम औलिया लोग इस्लाम के नाम पर जादुई उपचार का सहारा लेकर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं। इसी नौटंकी को बंद करने के लिए असम सरकार ने बजट सत्र के दौरान ही हीलिंग प्रैक्टिस एक्ट पास किया है। इसके तहत इस तरह का उपचार गैरकानूनी है। इस एक्ट में वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने की बात कही गई है।
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