गुजरात । वडोदरा के सयाजीपुरा में खेल खेलते समय हुए विवाद ने खुनी रूप ले लिया जिसके बाद साथ में ही क्रिकेट खेल रहे मुस्लिम लड़कों ने हिंदू युवको को अंधाधुंध चाकू खोंपकर गंभीर घायल कर दिया और मौके से फरार हो गए। घायल युवकों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां सबकी हालत स्थिर है।
वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने भी मामला दर्ज कर आरोपी 4 मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान एजाज पठान, मोइन पठान, सोहिल पठान और उर्वेश पठान के तौर पर हुई है। इनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट की धारा और आईपीसी की धारा 307, 326 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उधर, गाँव में भी माहौल न बिगड़े इसके लिए कड़ी व्यवस्था की गई है।
ऑपइंडिया में छपी खबरों के अनुसार इस हमले की पुष्टि उस गांव के सरपंच ने भी की है वहीं पीड़ित हिंदू युवकों के परिजनों ने भी कई चौकाने वाले दावे किए। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, “जब मेरा भाई झगड़े के बीच सुलह कराने गया तो उसे चाकू मार दिया गया। चाकू उसकी पीठ पर दो से तीन इंच गहरा घोंपा गया और चेहरे पर भी मारा गया। अभी हमने सीटी स्कैन कराया है, रिपोर्ट आनी बाकी है।”
उन्होंने आगे बताया कि “हमलावर पहले से ही उपद्रवी हैं। खुद को गुंडा साबित करने के लिए जब मन करे किसी से भी लड़ जाते है। राह में गुजरने वाली बहन-बेटियों को गली देते हैं हमेशा गिरोह बनाकर घूमते रहते है। इन लोगों पर कई आपराधिक कृत्यों का आरोप है। पहले ऐसा यूपी-बिहार में होता था लेकिन अब इसमें सुधार हुआ है और गुजरात की हालत खराब हो गई है।”
जुमे के दिन मुस्लिम घेर लेते हैं गाँव, डर से बच्चे नहीं जाते स्कूल
वहीं अगर गाँव के हिंदुओं की मने तो हर शुक्रवार को गाँव के लोगों के साथ यहाँ बाहरी लोग भी नमाज पढ़ने आते हैं, जिससे पूरी सड़क अवरुद्ध हो जाती है। ये लोग गाँव को चारों तरफ से घेरने की कोशिश करते हैं।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार गांव में स्थित मस्जिद के ठीक सामने आंगनवाड़ी है। प्रताड़ना का आलम यह है कि शुक्रवार को बच्चे वहाँ नहीं जाते। बच्चे उन लोगों के चाकू देखकर डरते हैं। ग्रामीणों ने कहा- “हमारे गाँव में सड़क बनी, पर सड़क तक अवैध रूप से निर्माण खड़ा कर लिया गया है। वे पूरी सड़क पर हमारे साथ जबरदस्ती करते रहते हैं और हमें आने-जाने में भी परेशानी होती है।”
धीरे-धीरे बदल गई डेमोग्राफी
कुछ ग्रामीणों ने गाँव की बदलती डेमोग्राफी पर बात की। साथ ही गाँव में अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि गाँव में अवैध मस्जिद खड़ी कर दी गई। लेकिन दंगा न हो, इस वजह से सब चुप रहे। जब गाव का सरपंच अब्दुल वजीर था, तब उसने झूठे कागज बनवा कर अवैध मस्जिद बनवाई थी।
अब स्थिति यह है कि गाँव में उनका डर बढ़ता जा रहा है। लोग उनके अत्याचार सह रहे हैं। अगर कोई विरोध करता है तो ये लोग मारपीट करते हैं।
एक पीड़ित के भाई ने कहा- “पहले इनके खुद के बहुत मकान थे। अब बाहर से भी लोगों को लाकर बसाया जा रहा है। स्थानीय मुस्लिम उन्हें यहाँ बसने में मदद कर रहे हैं। बाहरी लोगों द्वारा उत्पीड़न बहुत अधिक है। गाँव के मुसलमान उनका पूरा समर्थन करते हैं। गाँव के छोटे लड़के, लड़कियों, विधवा बहनों, सभी को डर है कि ये लोग कभी भी कुछ भी कर बैठेंगे।”
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