Afghanistan : Taliban का फरमान बेईमान, बेखौफ शिक्षिका ने थामी लड़कियों की तालीम की लगाम
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Afghanistan : Taliban का फरमान बेईमान, बेखौफ शिक्षिका ने थामी लड़कियों की तालीम की लगाम

इस स्कूल में फिलहाल 150 लड़कियां पढ़ रही हैं। दिलचस्प बात है कि इस स्कूल को असरदार स्थानीय लोगों का समर्थन प्राप्त है

by WEB DESK
Mar 4, 2024, 02:45 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

तालिबानी लड़ाकों की हुकूमत को उनके ही गढ़ में चुनौती दी जा रही है। यह बात अटपटी भले लगे पर यह सोलह आने सच है। पाकिस्तान की जिहादी सरकार की मदद से अफगानिस्तान की कुर्सी पर जा बैठे लड़ाके तालिबान ने देश में लड़कियों की तालीम पर ताला लगा दिया था। कट्टर इस्लामी हुकूमत ने फरमान दिया था कि छठी क्लास से आगे लड़कियों को तालीम न दी जाए क्योंकि इस्लाम में यह प्रतिबंधित है। बेचारी पढ़ने की इच्छा रखने वाली लाखों लड़कियों के लिए तालीम के दरवाजे क्या बंद कर दिए गए, उनके भविष्य को लेकर अंधेरा छाता गया। ऐसे में कुछ पढ़ी—लिखी महिलाओं ने हिम्मत की और कुछ बच्चियों को लेकर भूमिगत ‘स्कूल’ चलाने का बीड़ा उठाया।

अफगानिस्तान के अंदर, जमीन के नीचे चलाए जा रहे इस स्कूल में फिलहाल 150 लड़कियां पढ़ रही हैं। दिलचस्प बात है कि इस स्कूल को असरदार स्थानीय लोगों का समर्थन प्राप्त है। उन हिम्मती महिलाओं का उद्देश्य है कि ज्यादा नहीं तो जितनी भी लड़कियों को वे पढ़ा पाएं फिलहाल उतना ही काफी है। हैरानी की बात है कि तालिबानी लड़ाका प्रशासन को बहुत लंबे वक्त तक इस स्कूल की भनक तक नहीं लग पाई!

33 वर्षीया रोया अजीमी

तालिबान के खौफ को चुनौती देने वाली यह महिला है 33 वर्षीया रोया अजीमी। यही हैं जो साल 2022 से लगातार काबुल में अपने भूमिगत स्कूल में बच्चियों को तालीम देती आ रही हैं। रोया इस काम में अकेली नहीं हैं, रोया के साथ 6 और हिम्मती महिलाएं हैं। ये सब मिलकर ही 150 बच्चियों को पढ़ा रही हैं जिनकी उम्र 9 से लेकर 18 साल के बीच है।

पता चला कि जाने कैसे इस स्कूल की भनक एक तालिबानी मुल्ला को लग गई। उसने फिर आगे खबर कर दी। फिर हुआं यूं कि तालिबान की मजहबी मामले देखने वाली कमेटी हरकत में आई और तहकीकात करने के लिए कमेटी के लोग स्कूल को ‘देखने’ के लिए भेजे। वे जब स्कूल में दाखिल होने लगे, तो स्कूल के आसपास बसे जोशीले पड़ोसियों ने स्कूल को घेरकर कमेटी का अंदर जाना मुश्किल बना दिया। पड़ोसी लोगों ने कहा कि यहां कोई स्कूल—विस्कूल नहीं चलता, यहां तो लड़कियों के लिए ‘सिलाई—कढ़ाई का स्कूल’ चलता है। वे अड़ गए और कमेटी वालों को अंदर जाने ही नहीं दिया।

जोया अजीमी को जब पता चला तो उन्होंने कुछ दिन के लिए वहां स्कूल चलाना बंद कर दिया। लेकिन थोड़े दिनों बाद किसी और जगह स्कूल चलाने लगीं। रोया को पता है कि पकड़ी गईं तो मुल्ला—मौलवियों के हाथों उनकी खैर न रहेगी, लेकिन इस हिम्मती महिला ने उसकी परवाह नहीं की। वे कहती हैं, जो होगा देखेंगे लेकिन लड़कियों को अनपढ़ नहीं रखेंगे। उनका हौसला ऐसा है कि अगर उन्हें दूसरी जगह पर भी स्कूल बंद करना पड़ा तो वे उसे तीसरी जगह चालू रखने को तैयार हैं।

रोया अजीमी 150 बच्चियों को पढ़ा रही हैं जिनकी उम्र 9 से लेकर 18 साल के बीच है।

अफगानिस्तान में अगस्त 2021 से पहले लड़कियां लड़कों के साथ ही कालेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ा करती थीं। उन्हें उच्च शिक्षा मिल रही थी और वे दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलने के सपने बुना करती थीं। लेकिन इस्लामवादी तालिबान ने उनके सब सपने तोड़ डाले इस्लाम का हवाला देकर। इस्लामिक देशों का संगठन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन भी लड़ाकों की सरकार से बच्चियों की तालीम शुरू करने को कह चुका है लेकिन तालिबान तो इस्लाम का पहरेदार है, वह ऐसी ‘पश्चिमी सोच’ को कैसे मानता।

गोली से उड़ा दिए जाने का खतरा मोल लेते हुए भी रोया कहती हैं कि उनके किसी बात को लेकर भय नहीं। उनका मानना है कि लड़कियों की तालीम न मजहब के विरुद्ध है, न आस्था या कल्चर के। अरे, तालीम लेना तो फख्र की बात है।

आखिर रोया में यह हिम्मत और तालीम के लिए समर्पण आया कहां से? इस बात पर रोया ने बताया कि अपनी तालीम के लिए भी उनको काफी मुश्किलों को झेलना पड़ा था। रोया के अपने नातेदार कट्टर मजहबी सोच वाले थे। वे नहीं चा चाहते थे कि रोया तालीम पाए। लेकिन रोया की अम्मी ने ठान ली कि वह तो पढ़ेगी, उन्होने नातेदारों के विरोध की भी परवाह नहीं है। लेकिन नातेदारों ने राजी होते हुए भी शर्त लगा दी कि रोया बुरके में ही रहकर यह करेगी। रोया पढ़ने लगी और फारसी भाषा के साहित्य की तालीम ली।

अफगानिस्तान में अगस्त 2021 से पहले लड़कियां लड़कों के साथ ही कालेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ा करती थीं। उन्हें उच्च शिक्षा मिल रही थी और वे दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलने के सपने बुना करती थीं। लेकिन इस्लामवादी तालिबान ने उनके सब सपने तोड़ डाले इस्लाम का हवाला देकर। इस्लामिक देशों का संगठन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन भी लड़ाकों की सरकार से बच्चियों की तालीम शुरू करने को कह चुका है लेकिन तालिबान तो इस्लाम का पहरेदार है, वह ऐसी ‘पश्चिमी सोच’ को कैसे मानता।

तालिबान ने महिलाओं पर एक के बाद एक पाबंदियां लगाई हुई हैं। उनकी जिंदगी पशुओं से भी बदतर बना दी गई है। लेकिन रोया जैसी महिलाएं हैं जो दबी—​कुचली प्रताड़ित महिलाओं में हौसला जगाने की कोशिश कर रही हैं।

Topics: इस्लामिकतालीम#muslimgirl education#islamइस्लामafghanistankabulतालिबानShariaschoolmusalman
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies