आगामी लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आंध्र प्रदेश की वाईएसआरसी चीफ और मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी की सियासत पर बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में बुरी हार हारने वाले हैं। पीके ने दो टूक कहा कि ये केवल हार नहीं, बल्कि बड़ी हार होगी। जगन मोहन रेड्डी सरकार अपने पतन की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रशांत किशोर हैदराबाद में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के ‘हैदराबाद डॉयलॉग्स’ इवेंट में रविवार को बोल रहे थे। जब उनसे जगन मोहन रेड्डी और टीडीपी चीफ एन चंद्रबाबू नायडू को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने ये बातें कही। चुनावी रणनीतिकार ने जगन मोहन रेड्डी को लेकर कहा, “मैं इस धारणा को देखता हूं कि जगन इतने मजबूत हैं कि उन्हें हराया नहीं जा सकता है, इसका कोई आधार नहीं है। वह चिपचिपी विकेट पर बैटिंग कर रहे हैं। वह पतन की ओर जा रहे हैं। मेरे पास कोई डाटा या कोई प्रत्यक्ष अनुभव तो नहीं है, लेकिन मेरा मन ये कहता है कि वह बड़ी हार हारने वाले हैं। ये सिर्फ हार नहीं..बड़ी हार है।”
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पॉलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट का ये मानते हैं, “ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपने राज्य को कैसे चलाया है। आंध्र संभवत: मिडिल क्लास कैटेगरी में आता है। यहां अगर आप कैपिटल गेन और बुनियादी ढांचों के विकास के बारे में बातें न करके केवल डीबीटी पर फोकस करते हैं तो ये एक बड़ा जोखिम होगा। इनकी (जगन मोहन रेड्डी) सरकार ने बहुत सारा कर्ज लिया और उनका फोकस केवल अनुदान और डीबीटी पर रहा।”
पीके का कहना है कि ये तरीका छोटे इनकम वाले राज्यों में काम कर सकता है, लेकिन ये तरीका आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में काम नहीं करेगा, जहां 50% से अधिक का शहरीकरण है। इसके अलावा आप बिहार-झारखंड की तरह यहां जाति आधारित लड़ाई पर भी बात नहीं कर सकते हैं। ये तरीके तेलंगाना, तमिलनाडु या फिर आंध्र प्रदेश के बारे ऐसा नहीं कर सकते हैं, क्योंकि यहां का अधिकतर नौकरियों की तलाश में है न कि एक हजार रुपए के लाभ की तलाश में। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने ही 2019 में वाईएस जगन मोहन रेड्डी की भारी जीत में अहम रोल प्ले किया था।
TDP की जीत केवल जगन के कारण होगी
वहीं उन्होंने प्रदेश में एन चंद्रबाबू की अगुवाई वाली TDP की वापसी को लेकर प्रशांत किशोर ने अपना अनुमान व्यक्त किया है। उनका कहना है कि प्रदेश में अगर TDP सरकार की वापसी होती है तो वो केवल औऱ केवल जगन मोहन रेड्डी के काम नहीं करने के कारण होगी।
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