लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में फर्जी मतदाताओं का मुद्दा एक बार फिर से गरमाया हुआ है। इसी क्रम में इस बार बकायदा भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को चुनाव आय़ोग से मुलाकात की। भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में 17 लाख (कई रिपोर्ट में यह आंकड़ा 16 लाख बताया जा रहा है) फर्जी वोटर होने का दावा किया।
इस बाबत भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग को फर्जी मतदाताओं की लिस्ट भी सौंपी। भाजपा क आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें ये देखा जा सकता है कि सुवेंदु अधिकारी समेत कई भाजपा नेता अपने हाथों में झोला लिए हुए चुनाव आय़ोग के दफ्तर जा रहे हैं। भाजपा ने फर्जी वोटिंग पर चिंता जताई है। राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 17 लाख फर्जी वोटर पाए गए हैं। दोहरी एंट्री के सबूत हैं, कई मरे हुए लोगों के नाम भी अभी मतदाता सूची में हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि उन्होंने चुनाव आयुक्त अपने सबूत दे दिए हैं। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि चुनावों के दौरान टीएमसी के पक्ष में फर्जी वोटिंग हुई थी। उन्होंने कहा कि अफसोस इस बात का है कि फर्जी मतदाओं के बाहर करने के आश्वासन के अलावा कुछ खास हासिल नहीं हुआ। व्यवहारिक तौर पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। वोटिंग लिस्ट में करीब 17 लाख डुप्लिकेट नाम हैं। अधिकारी ने दावा किया कि वर्ष 2019 हुए चुनावों के दौरान टीएमसी और भाजपा को मिले वोटों के बीच करीब 17 लाख वोटों का ही अंतर था।
सुवेंदु अधिकारी ने बताया कि उन्होंने चुनाव आयुक्त से प्रदेश की 42 लोकसभा सीटों पर गड़बड़ी से बचने के लिए 42 चरणों में वोटिंग कराने का आग्रह किया है।
वहीं भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट करके कहा, “बंगाल भाजपा ने बंगाल में 17 लाख डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची चुनाव आयोग को सौंपी, जिसमें नाम, संबंध नाम और उम्र बिल्कुल एक जैसी है। संयोग से 2019 में बीजेपी और टीएमसी के बीच 17 लाख का अंतर था। यदि पश्चिम बंगाल में चुनाव निष्पक्ष होने हैं, तो चुनाव आयोग को फर्जी वोटों को पहले साफ करना होगा।”
Today, @BJP4Bengal submitted a list of 17 lakh duplicate voters to the EC in Bengal, where the name, relation name and age are exactly same. Incidentally, in 2019, the gap between the BJP and TMC was 17 lakh.
If elections in WB are to be fair, EC must clean up the duplication… pic.twitter.com/ddOVWbe8Mw
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 28, 2024
ममता बनर्जी पर लगते रहे हैं ऐसे आरोप
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर फर्जी वोटिंग के जरिए चुनाव जीतने के आरोप लगते रहे हैं। उन पर ये आरोप हैं कि उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल में बसाकर उन्हें भारतीय वोटर बनाया। ऐसी कई रिपोर्ट्स भी सामने आ चुकी हैं, जहां कई बांग्लादेशी नागरिकों को पश्चिम बंगाल में जब पकड़ा गया तो बकायदा उनके पास भारत का आधार कार्ड तक मिला।
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