पड़ोसी इस्लामी देश पाकिस्तान की फौज भारत के हाथों पिट—पिटकर भी अपनी अवाम के सामने खुद को ऐसे पेश करती है जैसे उसने भारत के छक्के छुड़ा दिए हों। आज से पांच साल पहले भारत ने सीमा पार लड़ाई विमान भेजकर बालाकोट में कहर बरपाया था। उसी बालाकोट एयरस्ट्राइक की पांचवी बरसी पर पिटी पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर से भारत को धमकाने की जुर्रत की है।
इस दिन को खास तौर पर माने वाले पाकिस्तान ने कल कहा कि उसकी फौज ‘दुश्मन’ के मंसूबों का जवाब देने को हर तरह से तैयार है। इस्लामी पड़ोसी ने बड़ी चालाकी से यह जताने की कोशिश की कि उसकी पकड़ में आए भारत के उस वक्त के विंग कमांडर अभिनंदन को उसने इसलिए छोड़ा था जिससे दोनों देशों में शांति आ सके।
हर साल की तरह कल पाकिस्तान बालाकोट एयरस्ट्राइक की पांचवीं बरसी पर अपनी पुरानी हरकतों पर उतर आया और भारत को धमकाने लगा। भारत की बालाकोट एयरस्ट्राइक पर जवाबी हरकत की हिमाकत को पिटी पाकिस्तानी फौज ‘ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट’ बोलती है।
इसी कार्रवाई में भारतीय सेना के विंग कमांडर अभिनंदन के मिग-21 लड़ाकू विमान ने पाकिस्तानी एफ-16 लड़ाकू विमान को ढेर किया था। लेकिन इस हमले के बीच अभिनंदन का लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ और पाकिस्तानी पाले में गिर गया जिसके बार उन्हें वहां की फौज ने जकड़ लिया था। लेकिन भारत की मोदी सरकार फौरन हरकत में आई और विंग कमांडर अभिनंदन को वहां से रिहा कराया था।
पाकिस्तानी फौज के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की तरफ से बयान जारी करके कहा गया कि 27 फरवरी 2019 उनके इतिहास में एक अहम वाकया है, यह पाकिस्तान के लोगों के जज्बे तथा आर्म्ड फोरसेज के पेशेवरपन को दिखाता है।
इसीलिए पिछले पांच साल से पाकिस्तान हर 27 फरवरी को ‘ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट’ के नाम से अपनी अवाम को इस झांसे में डालता रहा है कि उसने ‘भारत के विरुद्ध जबरदस्त हवाई प्रतिक्रिया की थी और उसे वापस लौटने पर मजबूर कर दिया था’। पाकिस्तान की वायु सेना तो इस दिन जश्न मनाकर धूमधड़ाका करके अपनी पींठ खुद ही थपक लेती है।
इस बाबत पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक डॉन लिखता है, “27 फरवरी को ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट की पांचवीं सालगिरह पर पाकिस्तान की आर्म्ड फोरसेज ने पाकिस्तानियों, देश की संप्रभुता तथा इलाकाई अखंडता के विरुद्ध हर तरह के हमले का पूरी शक्ति के साथ बेहिचक जवाब देने का संकल्प लिया।”
इसी संदर्भ में 27 फरवरी को पाकिस्तानी फौज के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की तरफ से बयान जारी करके कहा गया कि 27 फरवरी 2019 उनके इतिहास में एक अहम वाकया है, यह पाकिस्तान के लोगों के जज्बे तथा आर्म्ड फोरसेज के पेशेवरपन को दिखाता है।
पाकिस्तानी फौज के लिए दुष्प्रचार करने का काम करने वाले आईएसपीआर ने अपनी पींठ ठोंकते हुए यह भी कहा कि उस बदकिस्मत दिन की घटनाएं दिखाती हैं कि भारत के विरुद्ध पाकिस्तान की आर्म्ड फोरसेज भारी पड़ी थीं। बयान कहता है कि पाकिस्तानी आर्म्ड फोरसेज की मजबूती और ताकत को तमाम दुनिया के फौजी विशेषज्ञों तथा विश्लेषकों ने सराहा है।
टिप्पणियाँ