चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेशभर में 662 प्राइवेट अस्पतालों को अपने पैनल से जोड़ लिया है। ये वे अस्पताल हैं, जिनमें आयुष्मान भारत-हरियाणा तथा ‘चिरायु’ योजना के लाभार्थियाें को मुफ्त उपचार की सुविधा मिल रही है। आयुष्मान भारत योजना में कवर परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त उपचार की सुविधा है।
एक लाख 80 हजार तक सालाना आय वाले सभी परिवारों को सरकार न इसमें शामिल किया है। वहीं 1 लाख 80 हजार से 3 लाख रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों 1500 रुपये प्रीमियम लेकर चिरायु योजना में कवर हो सकत हैं। एनआईटी विधायक नीरज शर्मा के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने अंबाला में 43, भिवानी में 31, दादरी में 21, फरीदाबाद में 20, फतेहाबाद में 19, गुरुग्राम में 27, हिसार में 77, झज्जर में 28, जींद में 18, कैथल में 16, करनाल में 45, कुरुक्षेत्र में 32, महेंद्रगढ़ में 26, मेवात में 2, पलवल में 12, पंचकूला में 13, पानीपत में 54, रेवाड़ी में 22, रोहतक में 36, सिरसा में 52, सोेनीपत में 35 तथा यमुनानगर में 35 प्राइवेट अस्पतालाें को सूचीबद्ध किया है, जिनमें आयुष्मान व चिरायु लाभार्थियों का उपचार हो सकता है।
अपग्रेड नहीं होगा डहिना का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
रेवाड़ी जिला के डहिना गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड करके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं बनाया जाएगा। ढहीना का मौजूदा स्वास्थ्य केंद्र स्थानीय जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए जरूरी नियमों एवं शर्तों को पूरा नहीं करने की वजह से इसका दर्जा नहीं बढ़ाया जा सकता। कोसली से भाजपा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने प्रश्नकाल में इसकी मांग उठाई थी। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने नियमों का हवाला देते हुए इससे साफ इंकार कर दिया। यादव की बेरली खुर्द में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की मांग को भी तवज्जो नहीं मिली। विज ने जब अपनी रिपोर्ट का हवाला दिया तो विधायक ने कहा कि अधिकारियों द्वारा आबादी तथा ढहीना से बाकी सामुदायिक व उपमंडल अस्पतालों की दूरी को लेकर गलत जानकारी दी है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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