झारखंड में धोखा या लोभ—लालच से किसी को अपने मत या मजहब में कन्वर्ट करना दंडनीय अपराध है। इसके बावजूद राज्य में हिंदुओं को जबरन ईसाई बनाने की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो कन्वर्जन आम बात है, पर ईसाई मिशनरी से जुड़े तत्वों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि वे लोग शहरी क्षेत्रों में भी जबरन लोगों को ईसाई बना रहे हैं। जो इसका विरोध करता है, उसके साथ ये लोग मार—पीट भी करते हैं। हजारीबाग में कुछ ऐसा हो रहा है।
पता चला है कि हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र स्थित महेंद्र कालोनी में उर्मिला देवी के घर कन्वर्जन का खेल लंबे समय से चल रहा है। एक दिन पहले यहां सत्संग और चंगाई सभा के बहाने लगभग 50 हिंदुओं को बुलाया गया था। बुलाने वालों ने इन लोगों को बताया था कि एक संत आ रहे हैं, जो उनकी हर परेशानी और बीमारी दूर कर देंगे। जब लोग वहां पहुंचे तो पता चला कि लोगों को ईसाई बनाया जा रहा है। इसके बाद रंजीत सोनी नाम के एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई। इस घटना की जानकारी जब स्थानीय लोगों को हुई तो पूरे क्षेत्र में हंगामा हो गया। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने भी वहां पहुंच कर 6 लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से कन्वर्ट करने के लिए उपयोग में आने वाले कई दस्तावेज, बाइबल और बंद लिफाफे में रुपए भी बरामद हुए हैं। हिरासत में लिए गए लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
रंजीत सोनी ने बताया, ” मुझे महेंद्र कॉलोनी निवासी उर्मिला देवी के घर में बुलाया गया था। वहां उर्मिला देवी और सरिता देवी के साथ बाहर से आए छह लोग उपस्थित थे। एक व्यक्ति ने मुझसे कहा कि ईसाई बनने के बाद तुम्हें 15,000 रु महीना तथा उनके बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा एवं परिवार के सभी सदस्यों के इलाज की व्यवस्था की जाएगी। शर्त केवल इतनी है कि हर महीने दो हिंदू परिवार को ईसाई बनाना है। इसके लिए 10,000 रु अलग से दिए जाएंगे।” लेकिन रंजीत उनके चंगुल में नहीं आए और उन्होंने उनका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद आठ लोग उनसे मारपीट करने लगे तथा गर्दन दबाकर जान से मारने का प्रयास किया। किसी तरह रंजीत वहां से भागे और अपने मित्रों को फोन कर सारी जानकारी दी। इसी के साथ आसपास के ग्रामीणों को भी वहां बुलाया गया। ग्रामीणों द्वारा कोर्रा थाने को सूचना दी गई और रंजीत ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई। है। इसके बाद पुलिस सभी आरोपियों को थाना लेकर आई।
विश्व हिंदू परिषद, हजारीबाग के जिला मंत्री अरविंद मेहता का कहना है कि झारखंड सरकार मिशनरियों को बढ़ावा दे रही है। इस कारण उनके एजेंट हिंदुओं का कन्वर्जन करवा रहे हैं। कन्वर्जन विरोधी कानून का बिल्कुल ही पालन नहीं किया जा रहा है। इसलिए राज्य के हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह सहित कई क्षेत्रों में कन्वर्जन के मामले आते रहते हैं। इसके बाद भी सरकार जाग नहीं रही है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में विश्व हिंदू परिषद सहित सभी हिंदू संगठन सरकार और मिशनरी के खिलाफ पुरजोर आंदोलन करेंगे।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
टिप्पणियाँ