हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा में एक तस्वीर पुलिस ने जारी की है, जोकि मौकीन सैफी की है, सैफी फरार है और उसके पोस्टर जगह-जगह लगे देखे गए हैं। सैफी, युवा कांग्रेस हल्द्वानी का मंडल अध्यक्ष बताया गया है। मौकिन सैफी ने यूथ कांग्रेस का संगठनात्मक चुनाव लड़ा था और उसमें विजय घोषित हुआ था। हालांकि जब हिंसा में उसका नाम प्रकाश में आया तो युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर कह रहे हैं कि उसे कई माह पहले ही निष्कासित कर दिया था।
जानकारी के अनुसार सैफी ने यूथ कांग्रेस संगठन के लिए हल्द्वानी विधानसभा का अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और 3707 वोट हासिल किए थे। यूथ कांग्रेस का ये नेता 8 फरवरी को पुलिस पर पत्थर फेंकने और भीड़ को उकसाने मामले में चिन्हित किया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो ग्राफी के जरिए सैफी की शिनाख्त की और उसकी तलाश में दबिश दी। सैफी शहर छोड़ कर उसी रात में फरार हो गया था। पुलिस ने अब उसे भगोड़ा घोषित करते हुए पोस्टर जारी किया है, जिसमें उसे वांटेड लिखा गया है।
हल्द्वानी हिंसा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अब्दुल मतीन सिद्दीकी का भाई जावेद भी पुलिस की गिरफ्त में है। मतीन कुछ समय पहले सपा छोड़कर कांग्रेस में गए थे, फिर वापस समाजवादी पार्टी में चले गए। गिरफ्तार भाई जावेद के पास भी समाजवादी पार्टी का कोई दायित्व पद भी है। मुस्लिमों में अपना जनाधार कायम रखने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गुटों में यहां लगातार प्रतिस्पर्धा रही है। ये नेता अपने-अपने गुट की भीड़ की अगुवाई कर रहे थे, जब हिंसा हुई तो पुलिस ने इनमें से कुछ नेताओं को पहले ही अपने काबू में कर लिया था।
टिप्पणियाँ